दिल्ली के प्राचीन झंडेवालान मंदिर ने खुद ही अपना एक द्वार गिरा दिया है. नॉर्थ और साउथ दिल्ली के बीच ट्रैफिक दुरुस्त करने के लिए जगह चाहिए थी, जिसके कारण ऐसा किया गया है. इस कार्रवाई के लिए दिल्ली के एलजी खुद ही मंदिर से अनुरोध किया था. प्राचीन झंडेवालान मंदिर ने फुट ओवर ब्रिज के साथ लगे गेट को गिरा दिया है, जिससे पैदल चलने वालों को सुविधा होगी और जाम से भी राहत मिलेगी. एलजी ने इस बाबत ट्वीट करके भी जानकारी दी है.
एलजी ने X पर कही ये बात
दिल्ली एलजी वीके सक्सेना ने X पर लिखा, 'रानी झांसी मार्ग पर स्थित प्राचीन झंडेवालान मंदिर ने मेरे अनुरोध पर स्वेच्छा से फुटओवर ब्रिज के बगल में अपना गेट गिरा दिया है. यह अनुकरणीय अभ्यास पैदल यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करेगा और उत्तर और दक्षिण दिल्ली को जोड़ने वाली इस महत्वपूर्ण सड़क पर ट्रैफिक जाम को कम करेगा.'
इन इलाके के लोगों को मिलेगी राहत
एलजी ने आगे लिखा कि, इससे ईदगाह, सदर बाजार, आजाद मार्केट, मॉडल बस्ती, पुल बंगश और मोतिया खान जैसे भारी भीड़भाड़ वाले इलाकों के निवासियों और यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी. मंदिर प्रबंधन की नागरिक भावना को मेरा सलाम.'
दिल्ली में जारी है अतिक्रमण के खिलाफ अभियान
बता दें कि, राजधानी दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर अतिक्रमण के खिलाफ जोरदार कार्रवाई हो रही है. बीते 27 दिसंबर को त्रिलोकपुरी के इलाकों में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला था. बता दें कि इससे पहले इन्हीं अतिक्रमण का निरीक्षण करने के लिए जब नगर निगम (एमसीडी) की टीम यहां पहुंची थी. तभी स्थानीय निवासियों ने पथराव कर दिया था.
त्रिलोकपुरी में चला था बुल्डोजर
इसके बाद 27 दिसंबर बुधवार को त्रिलोकपुरी के ब्लॉक 19, 20, 22, 27 ब्लॉक मैन रोड और 29 ब्लॉक के उर्दू स्कूल के आसपास पुलिस की मौजूदगी में अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई में सड़क के दोनों तरफ पटरी पर बने अवैध खोखों और छप्परों को हटाया गया और अवैध रुप से बढ़ाई गई दुकानों को ध्वस्त किया गया था. तकरीबन 4 से 5 किलोमीटर सड़क अतिक्रमण मुक्त कराई गयी. इस कार्रवाई के दौरान आठ ट्र्क सामान भी जब्त किया गया.