दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट के बाद हरियाणा स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी जांच के केंद्र में आ गई है. यूनिवर्सिटी पर लगे "व्हाइट कॉलर" टेरर मॉड्यूल के आरोपों के बाद संस्थान के छात्रों और कर्मचारियों में डर और अनिश्चितता का माहौल है.
पीटीआई के मुताबिक, चूंकि यूनिवर्सिटी में परीक्षाओं का सीजन चल रहा है इसलिए अधिकांश छात्रों और कर्मचारियों के पास कैंपस में रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. हालांकि कुछ छात्र डर के कारण घर लौट गए हैं, जबकि जो कैंपस में हैं उनके लिए क्लासेस केवल एक औपचारिकता बनकर रह गई हैं.
एक एमबीबीएस छात्र ने नाम न छापने के अनुरोध पर बताया कि अधिकांश छात्र अभी भी परिसर में हैं और जो भी क्लासेस चल रही हैं वो महज एक औपचारिकता भर हैं.
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चेयरमैन को समन
जांच में आई विसंगतियों को देखते हुए, दिल्ली पुलिस ने सोमवार को अल फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जावेद अहमद सिद्दीकी को दो समन जारी किए हैं. उनकी भूमिका यूनिवर्सिटी के कामकाज और उससे जुड़े व्यक्तियों की गतिविधियों से जुड़ी कई विसंगतियों को स्पष्ट करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सिद्दीकी को समन जारी करना उस व्यापक जांच का हिस्सा है जो पिछले सप्ताह लाल किले के पास हुए ब्लास्ट की जांच के साथ जुड़ा हुआ है. माना जाता है कि विस्फोट से जुड़े कई संदिग्धों का संबंध इस यूनिवर्सिटी से रहा है जिसके कारण जांचकर्ता संस्थागत रिकॉर्ड, वित्तीय लेनदेन और प्रशासनिक अनुमोदनों की गहन जांच कर रहे हैं.