देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में एक बार फिर से घमासान शुरू हो गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें सिब्बल ने एक बार फिर से कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से कांग्रेस के पास कोई अध्यक्ष नहीं है. उन्होंने कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक बुलाने की मांग की है. इस बीच कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को CWC की बैठक बुलाने की मांग करते हुए लेटर लिखा है.
सिब्बल ने कहा, 'मैं आपसे उन कांग्रेसियों की ओर से बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस वर्किंग कमेटी और सेंट्रल इलेक्शन कमेटी को पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए पत्र लिखा था और हम अभी तक इसका इंतजार कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'इंतजार की भी एक हद होती है. हम कब तक इंजतार करेंगे. हम सिर्फ एक मजबूत संगठनात्मक ढांचा चाहते हैं. कुछ बात होना चाहिए. CWC में किसी भी मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. पंजाब के हालातों पर चर्चा होनी चाहिए. हम किसी के खिलाफ नहीं है. हम पार्टी के साथ हैं, लेकिन फैक्ट ये है कि हमारी पार्टी का कोई चुना हुआ अध्यक्ष नहीं है.' उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी को दिल्ली से कंट्रोल नहीं किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, 'मैं बहुत भारी मन से यहां आया हूं. मैं उस पार्टी का हिस्सा हूं जिसका गौरवशाली इतिहास रहा है. फिलहाल जो स्थिति है, उसे नहीं देख सकते. हम चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और आज पार्टी जिस स्थिति में है, उसे वहां नहीं होना चाहिए.'
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सिब्बल ने कहा, 'लोग हमें छोड़ रहे हैं. सुष्मिता जी चली गईं. फेलेरियो चले गए. सिंधिया चले गए. जितिन प्रसाद चले गए. केरल से सुधीरन चले गए. अब सवाल ये है कि लोग क्यों जा रहे हैं? एक तार्किक उत्तर होना चाहिए.' उन्होंने कहा कि वर्किंग कमेटी को संवाद करना चाहिए.
उन्होंने कहा, 'हम वो नहीं हैं जो पार्टी छोड़कर कहीं और चले जाएं. विडंबना ये है कि जिन्हें केंद्रीय नेतृत्व का करीबी माना जाता था, वो लोग पार्टी छोड़ रहे हैं. मैं उन नेताओं से आग्रह करता हूं कि वापस आएं क्योंकि कांग्रेस ही अकेली पार्टी है जो देश को बचा सकती है.'
उन्होंने कहा कि इस बात पर सोचना चाहिए कि पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान की सीमा से 300 किलोमीटर दूर पंजाब में क्या हो रहा है? हम वहां की स्थिति के बारे में जानते हैं. हम वहां का इतिहास जानते हैं. हम जानते हैं कि वहां कैसे उग्रवाद का उदय हुआ था. कांग्रेस को सुनिश्चित करना चाहिए कि वो एकजुट है.'
कपिल सिब्बल उन 23 नेताओं में से हैं जिन्होंने पिछली साल सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कराने की मांग की थी. सिब्बल ने कहा, 'हम जी हूजुर 23 नहीं है. हम बहुत करते रहेंगे. अपनी मांगों को दोहराते रहेंगे.' उन्होंने कहा कि जी-23 था. फिर कुछ लोग चले गए और अब वापस लोग इसमें आ रहे हैं. इस पर यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने तंज कसा है.
सुनिए 'जी-हुजूर':-
— Srinivas BV (@srinivasiyc) September 29, 2021
पार्टी की 'अध्यक्ष' और 'नेतृत्व' वही है,
जिन्होंने आपको हमेशा संसद पहुंचाया,
पार्टी के अच्छे वक्त में आपको 'मंत्री' बनाया,
विपक्ष में रहे, तो आपको राज्यसभा पहुंचाया
अच्छे-बुरे वक्त में सदैव जिम्मेदारियों से नवाजा..
और जब 'वक्त' संघर्ष का आया, तो...
बीजेपी ने राहुल गांधी पर उठाए सवाल
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने पंजाब में हुई उठापठक को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि 'पंजाब की स्थिति किस प्रकार की है जो राजनीति सरगर्मी चल रही है वो हम देख रहे हैं. पंजाब एक बॉर्डर राज्य है. अस्थिरता और कांग्रेस पर्यायवाची है. ये महत्वाकांक्षा की लड़ाई है. सभी का मत है कि स्थिरता और राष्ट्र सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है. ये राहुल गांधी की असाधारण असफलता है.' उन्होंने कहा कि जी-23 के साथ-साथ अमरिंदर सिंह भी राहुल गांधी को कैप्टन नहीं मान रहे हैं.