कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ को लेकर रविवार को कहा कि यह एक 'दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना' थी, जिसे होना ही नहीं चाहिए था. उन्होंने साफ किया कि इस कार्यक्रम से उनका कोई संबंध नहीं था. मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह घटना नहीं होनी चाहिए थी. यह क्रिकेट स्टेडियम में हुई और मेरा उससे कोई लेना-देना नहीं है.'
यह भगदड़ 4 जून की शाम बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई थी, जहां रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की आईपीएल जीत के जश्न में बड़ी संख्या में लोग जुटे थे. इसी दौरान अव्यवस्था के कारण 11 लोगों की जान चली गई. इस घटना को लेकर विपक्ष ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है.
'मेरे CM बनने के बाद से इस तरह की पहली घटना'
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धारमैया ने कहा, 'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. जब से मैंने मुख्यमंत्री पद संभाला है, ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई. शुरूआती तौर पर लगता है कि यह अधिकारियों की गलती से हुई, इसलिए हमने कार्रवाई की है. इस हादसे से सभी को दुख पहुंचा है, मुझे भी.'
'घटना को राजनीतिक रंग दे रही बीजेपी'
विपक्ष के आरोपों पर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा, 'मेरी क्या गलती है? बीजेपी इसे राजनीतिक रंग दे रही है. उन्होंने मुझ पर झूठे आरोप लगाए हैं. कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि मैंने पुलिस को धमकाया, ये 100 फीसदी झूठ है. अचानक इन्हें पुलिस से बहुत प्रेम हो गया है. जिन पर लापरवाही के आरोप हैं, उन पर हमने सख्त कार्रवाई की है. बीजेपी और जेडीएस ने न्यायिक जांच की मांग की थी, हमने जांच आयोग गठित कर दिया है. फिर सरकार ने क्या गलती की?'
'कुंभ मेले की भगदड़ के बाद किसी ने इस्तीफा दिया?'
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, 'जब सरकार ने कोई गलती नहीं की तो हमें शर्मिंदा क्यों होना चाहिए? अगर यही पैमाना है तो क्या कुंभ मेले की भगदड़ के बाद किसी ने इस्तीफा दिया था? एक नया फ्लाईओवर उद्घाटन से पहले ही गिर गया और सैकड़ों लोगों की मौत हुई, क्या प्रधानमंत्री ने इस्तीफा दिया? किसी ने सवाल उठाया? कुंभ मेले में 50-60 लोग मरे, क्या मंत्री से इस्तीफा मांगा गया? बीजेपी या कुमारस्वामी ने क्या तब मांग उठाई थी?'
'जैसे-जैसे जानकारी मिली, हमने कदम उठाए'
उन्होंने बताया कि उन्हें स्टेडियम के कार्यक्रम में बुलाया ही नहीं गया था. मुख्य सचिव ने विधानसौधा के कार्यक्रम की जानकारी दी थी, मैं केवल उसमें गया. विधानसौधा के पास किसी तरह की अव्यवस्था नहीं हुई. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी शाम 5:45 बजे मिली, जबकि अस्पताल में रिपोर्ट करीब 3:50 बजे आई थी.
उन्होंने कहा, 'मुझे तब तक यह नहीं बताया गया था कि भगदड़ में लोगों की मौत हो चुकी है. जैसे-जैसे जानकारी आई, हमने उसी के अनुसार कदम उठाए. यह त्रासदी नहीं होनी चाहिए थी, लेकिन यह क्रिकेट स्टेडियम के पास हुई, जिसका मुझसे कोई लेना-देना नहीं है.'