केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को महाराष्ट्र के मत्स्य पालन मंत्री नितेश राणे के केरल को "मिनी पाकिस्तान" कहने वाले बयान की निंदा करते हुए इसे "भड़काऊ और निंदनीय" बताया. उन्होंने राणे पर संघ परिवार के विभाजनकारी एजेंडे को दोहराने का आरोप लगाया और कहा कि इस तरह की बयानबाजी का उद्देश्य उनके प्रभाव का विरोध करने के लिए केरल को अलग-थलग करना है.
विजयन ने राणे के इस्तीफे की मांग करते हुए उनकी टिप्पणी को संविधान का उल्लंघन बताया है. मुख्यमंत्री ने कहा, "यह आश्चर्यजनक है कि सत्तारूढ़ दल के नेतृत्व ने शपथ के इस गंभीर उल्लंघन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है."
उन्होंने सोशल मीडिया पर भी इस टिप्पणी की निंदा करते हुए इसे "बेहद दुर्भावनापूर्ण और पूरी तरह से निंदनीय" बताया है. उन्होंने धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताकतों से हेट कैंपेन के खिलाफ एकजुट होने की अपील की.
महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने सोमवार को केरल को मिनी पाकिस्तान करार देते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को वायनाड से सांसद चुना गया, क्योंकि आतंकवादियों ने उन्हें वोट दिया. उन्होंने दावा किया कि वे आतंकवादियों को साथ लेकर सांसद बन गए हैं. यही सच्चाई है.
वहीं, चौतरफा आलोचना के बाद राणे ने अपनी टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि वह केरल और पाकिस्तान की स्थिति के बीच तुलना कर रहे थे.
उन्होंने बताया, "जिस तरह से पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ व्यवहार किया जाता है...अगर हमारे देश में ऐसी स्थिति होती है तो हमें उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. मैं अपने भाषण में यही कहना चाह रहा था."
उन्होंने केरल में धर्म परिवर्तन और "लव जिहाद" के मुद्दों का भी आरोप लगाया. इस बीच कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने राणे की टिप्पणी को सुनियोजित हेट कैंपेन का हिस्सा बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रतिक्रिया की मांग की.