
बारिश और बाढ़ से राजस्थान में हाहाकर मचा है. बारां,सवाई माधोपुर, बूंदी समेत कई जिले इसकी चपेट में हैं. मॉनसून ऐसा कहर बरपा रहा है कि नदियां तो उफान पर हैं ही, शहरी इलाकों में बारिश का पानी भी डरा रहा है. बारा में सिंध और पार्वती नदी उफान पर है. वहीं सवाई मधोपुर में बनास, चंबल, गलवा, मोरल, गम्भीरा और निगोह जैसी नदियां उफान कहर बरपा रही हैं.
बारिश के पानी में डूब रहे शहर
हरियाणा के हाईटेक शहर भी बारिश के पानी में डूब रहे हैं. साइबर सिटी गुरुग्राम में एक बार फिर बाढ़ आ गई है. सड़कों पर 3-4 फीट तक पानी भर गया है. हीरो होंडा चौक, द्वारका एक्सप्रेसवे, सुभाष चौक जैसे इलाकों का हाल भी कुछ ऐसा ही है. गाजियाबाद में भी मूसलाधार बारिश से कई इलाकों का हाल-बेहाल हो गया.
खतरे के निशान के बेहद करीब यमुना
वहीं, यूपी के बांदा में यमुना अब खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच चुकी है. बांदा जिले की पैलानी तहसील सबसे ज्यादा प्रभावित है. यहाँ कई निचले इलाकों में पानी भर चुका है, जिसकी वजह से कई गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है. हालात ये हैं कि लोग जान जोखिम में डालकर अपनी जगहों से बाहर निकलने को मजबूर हैं. जिला प्रशासन ने नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एडवाइजरी जारी कर दी है और सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर रखा गया है.
दिल्ली-एनसीआर में कहीं बारिश-कहां बादल

इसके अलावा मौसम के अलग-अलग रूप देखने को मिल रहा है. महीने के पहले दिन राजधानी दिल्ली सूखी है. लेकिन नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मेरठ समेत एनसीआर के कई इलाकों में रातभर बारिश जारी रही. तो कहीं बारिश तो कहीं बादल का आवाजाही बनी हुई है. आज (1 अगस्त) भी कई इलाकों में बारिश की संभावना बनी हुई है. स्काईमेट के मुताबिक, राजस्थान, उत्तर मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है.
इन राज्यों में भी बरसेंगे बादल
पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तटीय कर्नाटक, केरल, कोंकण और गोवा, लक्षद्वीप, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पश्चिम राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है. पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है और उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.