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42000 सुरक्षाकर्मियों के साथ अमरनाथ यात्रा का सुरक्षा कवच तैयार, CRPF-BSF समेत 5 बलों की तैनाती

केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक, इन बलों को तत्काल प्रभाव से जम्मू-कश्मीर में तैनात होने और जून के दूसरे सप्ताह तक अपनी स्थिति संभालने का निर्देश दिया गया है. अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और 9 अगस्त तक चलेगी.

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कड़ी सुरक्षा के बीच होगी अमरनाथ यात्रा (प्रतीकात्मक तस्वीर)
कड़ी सुरक्षा के बीच होगी अमरनाथ यात्रा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

केंद्र सरकार ने इस वर्ष होने वाली अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) की 581 कंपनियों की तैनाती को मंजूरी दे दी है. इन कंपनियों में करीब 42,000 सुरक्षाकर्मी शामिल होंगे जो यात्रा मार्ग, श्रद्धालुओं, और कश्मीर के अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे.

अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इन 581 कंपनियों में से 424 कंपनियों को सीधे जम्मू-कश्मीर भेजा जा रहा है, जबकि शेष कंपनियों- जिनमें से लगभग 80 पहले से ही 'ऑपरेशन सिन्दूर' के तहत वहां तैनात थीं, को अब यात्रा मार्ग और श्रीनगर समेत अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए फिर से तैनात किया जाएगा.

सुरक्षा चाक चौबंद

गृह मंत्रालय ने सभी बलों को आदेश दिया है कि वे जून के दूसरे सप्ताह तक अपनी तैनाती पूरी कर लें, ताकि 3 जुलाई से 9 अगस्त तक चलने वाली 38 दिवसीय अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा इंतजाम पूरी तरह चाक-चौबंद रहें. इस बार की सुरक्षा योजना 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले को ध्यान में रखते हुए तैयार की जा रही है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे.

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यह भी पढ़ें: 35 दिन बाद शुरू होगी अमरनाथ यात्रा, पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा कड़ी... आज रूट्स का जायजा लेंगे CRPF के डीजी

एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इन कंपनियों को पांच CAPFs से चुना गया है –

-CRPF (219 कंपनियां)

-BSF (143 कंपनियां)

-SSB (97 कंपनियां)

-ITBP (62 कंपनियां)

-CISF (60 कंपनियां)

प्रत्येक कंपनी में 70 से 75 सुरक्षाकर्मी होते हैं.

दो रूट से होती है यात्रा

गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को जम्मू के प्रस्तावित दौरे के दौरान यात्रा सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा करेंगे. इसी सप्ताह CRPF महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह और BSF महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने भी कश्मीर में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की.

38 दिनों की यह यात्रा 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा तक जाती है, जहां प्राकृतिक रूप से बना बर्फ का शिवलिंग है. यात्रा दो मार्गों से होती है - अनंतनाग जिले के पहलगाम से 48 किमी का पारंपरिक मार्ग और गांदरबल जिले के बालटाल से 14 किमी का छोटा लेकिन खड़ा मार्ग. तीर्थयात्री अपनी सुविधा के अनुसार इनमें से कोई भी मार्ग चुन सकते हैं

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