केंद्र सरकार ने नीट पेपर लीक को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है. केंद्र ने हलफनामे में कहा कि भारत सरकार उन छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए बाध्य है जिन्होंने नीट परीक्षा 2024 दी है. सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर गुरुवार 11 जुलाई को सुनवाई होनी है.
हलफनामे में कहा गया, सरकार समाधान खोजने के लिए चौतरफा प्रयास कर रही है, साथ ही यह सुनिश्चित कर रही है कि किसी भी दोषी उम्मीदवार को कोई लाभ न मिले. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि 23 लाख छात्रों पर सिर्फ आशंकाओं के चलते एक नई परीक्षा का बोझ न डाला जाए.
'छात्रों के हितों की रक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध'
केंद्र ने हलफनामे में कहा कि सरकार सभी प्रतियोगी परीक्षाओं को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित करने के लिए एक मजबूत परीक्षा प्रक्रिया बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.
सार्वजनिक परीक्षाओं में पारदर्शिता, निष्पक्षता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए, संसद ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 लागू किया है.
सीबीआई ने दो और लोगों को किया गिरफ्तार
बता दें कि NEET UG पेपर लीक और गडबड़ी मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने बिहार से दो और गिरफ्तारियां की हैं. नीट कैंडिडेट सनी कुमार और एक अन्य नीट कैंडिडेट के पिता को पटना से गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि रंजीत ने अपने नीट परीक्षा के लिए अपने बेटे की सेटिंग कराई थी. नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में सीबीआई पटना, गोधरा और हजारीबाग से कई आरोपियों को हिरासत में लेकर पेपर लीक की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है.
संजीव मुखिया की तलाश कर रही CBI
सीबीआई, सनी कुमार और नीट कैंडिडेट के पिता से पूछताछ करेगी. वहीं, दूसरी तरफ पटना के संजीव मुखिया को पेपर लीक गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. सीबीआई संजीव मुखिया की तलाश कर रही है.
हाल ही में CBI को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किए गए अमन सिंह की रिमांड मिली है. आरोपी अमन सिंह के अलावा CBI चिंटू, ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और जमालुद्दीन से पूछताछ कर रही है, क्योंकि पेपर लीक मामले में ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब CBI को नहीं मिला है.
कोर्ट में जांच रिपोर्ट सब्मिट करेगी सीबीआई
बीते मंगलवार को नीट पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में सीबीआई जांच रिपोर्ट की बात की गई थी. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि अगली सुनवाई में सीबीआई को अपनी जांच रिपोर्ट कोर्ट में सब्मिट करनी होगी. ऐसे में सीबीआई ने अभी तक की गिरफ्तारियों से जितने भी सबूत जुटाए हैं उनके बारे में कोर्ट को सूचित करना होगा.
एनटीए ने दाखिल किया जवाब
NTA ने भी सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल किया है. NTA ने कहा कि पटना/हजारीबाग मामले में किसी भी ट्रंक में कोई प्रश्न पत्र गायब नहीं पाया गया. प्रत्येक प्रश्न पत्र में एक अद्वितीय क्रमांक होता है और उसे एक विशेष उम्मीदवार को सौंपा जाता है. कोई भी ताला टूटा हुआ नहीं मिला. एनटीए पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में कुछ भी प्रतिकूल नहीं बताया गया. कमांड सेंटर में सीसीटीवी कवरेज की लगातार निगरानी की गई. कोई अप्रिय घटना या पेपर लीक होने का कोई संकेत नजर नहीं आया.
टेलीग्राम पर हुए कथित लीक को NTA ने नकारा
NTA ने कहा कि 4 मई को टेलीग्राम पर लीक हुए परीक्षा पेपर की तस्वीर दिखाई गई है, लेकिन एक तस्वीर, जिसे एडिट किया गया था, 5 मई, 2024 को 17:40 बजे का टाइमस्टैम्प प्रदर्शित करती है. इसके अतिरिक्त, टेलीग्राम चैनल के भीतर चर्चा से संकेत मिलता है कि सदस्यों ने वीडियो को नकली बताया. प्रारंभिक लीक की गलत धारणा बनाने के लिए टाइमस्टैम्प में हेरफेर किया गया था. सोशल मीडिया पर टिप्पणियां और चर्चाएं इस बात की पुष्टि करती हैं कि वीडियो में तस्वीरों को एडिट किया गया था और 4 मई के लीक का सुझाव देने के लिए तारीख को जानबूझकर संशोधित किया गया था.