पश्चिमी यूपी के बड़े नेता इमरान मसूद को बीएसपी से निकाल दिया गया. सहारनपुर के पूर्व विधायक बीते साल ही समाजवादी पार्टी छोड़कर बीएसपी में शामिल हुए थे और इससे पहले वह कांग्रेस में थे. मसूद को बीएसपी से निकाले जाने के बाद मायावती की पहली प्रतिक्रिया आई है.
मायावती ने बिना नाम लिए कहा कि बीएसपी से निकाले जाने के बाद सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस और उसके शीर्ष नेताओं की तारीफ करने में लगे हुए हैं. बीएसपी सुप्रीमो ने पूछा है कि ऐसे पार्टी बदलने वाले नेताओं पर जनता भरोसा कैसे करे.
इमरान मसूद को BSP से निकाला गया, पिछले साल ही सपा छोड़कर हुए थे शामिल
मायावती ने इमरान मसूद पर क्या कहा?
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा, "बीएसपी से निकाले जाने पर सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस और उस और उस पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रशंसा में व्यस्त हैं, जिससे लोगों में यह सवाल स्वाभाविक है कि उन्होंने पहले यह पार्टी छोड़ी क्यों और फिर दूसरी पार्टी में गए ही क्यों? ऐसे लोगों पर जनता कैसे भरोसा करे?"
बहुजन समाज पार्टी ने हाल ही में इमरान मसूद को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर निकाल दिया था. पार्टी की तरफ से कहा गया कि उन्होंने इमरान को कई बार चेतावनी दी थी, जिनको उन्होंने नजरअंदाज किया.
बसपा ने क्यों निकाला?
बहुजन समाज पार्टी की तरफ से बताया गया कि मसूद को पार्टी में शामिल करने से पहले साफ किया गया था कि उनको लोकसभा चुनाव में सहारनपुर से तब ही टिकट दिया जाएगा जब वह दिया हुआ 'टास्क' निपटाएंगे.
न INDIA, न NDA… मायावती का ऐलान- बसपा अकेले लड़ेगी 2024 लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव
आगे बताया गया है कि स्थानीय निकाय चुनाव में मसूद ने सहारनपुर मेयर पोस्ट पर अपने परिवार के सदस्य को खड़े करने का प्रेशर बनाया था. यह बात मान ली गई थी. लेकिन शर्त रखी गई कि अगर मेयर पोस्ट पर उनके परिवार का सदस्य जीतता है तब ही मसूद को लोकसभा की टिकट दी जाएगी. लेकिन इस सीट पर बसपा चुनाव हार गई. बसपा ने आगे कहा है कि मसूद पार्टी में नए सदस्यों को जोड़ने का काम भी नहीं कर रहे थे.
कौन हैं इमरान मसूद?
इमरान मसूद पूर्व केंद्रीय मंत्री रशीद मसूद के भतीजे हैं. वह सहारनपुर जिले की मुजफ्फराबाद सीट (अब बेहट सीट) से साल 2007 में विधायक रहे हैं. साल 2014 और 2019 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन दोनों ही बार हार का सामना करना पड़ा.
अपने बयान को लेकर चर्चा में रहे थे इमरान मसूद
मसूद 2014 में अपने बयान को लेकर चर्चा में थे. 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने 'मोदी की बोटी-बोटी काट लेने वाले' वाला बयान दिया था. इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था.