scorecardresearch
 

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के हेड Satish Agnihotri क्यों बर्खास्त? करप्शन की CBI जांच की सिफारिश

राजेंद्र प्रसाद को NHSRCL का मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. वह अभी NHSRCL में ही डायरेक्टर (प्रोजेक्ट) के इंचार्ज हैं. फिलहाल उनको तीन महीने के लिए एमडी का पद संभालना है.

Advertisement
X
फाइल फोटो
फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सतीश अग्निहोत्री के खिलाफ साल 2021 में शिकायत
  • राजेंद्र प्रसाद को मिला अतिरिक्त प्रभार 

बुलेट ट्रैन के मैनेजिंग डायरेक्टर सतीश अग्निहोत्री (Satish Agnihotri) पर गाज गिरी है. भ्रष्टाचार के मामले में नाम आने के बाद उनको एमडी के पद से बर्खास्त कर दिया गया है. सतीश अग्निहोत्री को जून 2021 में ही नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (National High Speed Rail Corporation) का एमडी बनाया गया था. 

सतीश अग्निहोत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, इस मामले में लोकपाल ने सीबीआई जांच की मांग उठाई है. आजतक को NHSRCL का वह पत्र मिला है, जिसमें कंपनी सचिव को लिखा गया है कि सतीश को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाता है. यह कंपनी ज्वाइंट वेंचर है. इसमें भारत सरकार और वे राज्य हिस्सेदार हैं जिनमें यह हाई-स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट शुरू किया जाना है.  

राजेंद्र प्रसाद को मिला अतिरिक्त प्रभार 

फिलहाल राजेंद्र प्रसाद को मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. वह फिलहाल NHSRCL में ही डायरेक्टर (प्रोजेक्ट) के इंचार्ज हैं. फिलहाल उनको तीन महीने के लिए एमडी का पद संभालना है. NHSRCL को ही बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम सौंपा गया है. यह हाई स्पीड ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलेगी. 

साल 2021 में मिली थी शिकायत 

Advertisement

दरअसल पिछले साल सितंबर में एक शिकायत में यह आरोप लगाया गया था कि RVNL के 2 पूर्व अधिकारियों - अग्निहोत्री और एक पूर्व निदेशक (वित्त) ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड (NECL) की सहायक कंपनी कृष्णापट्टनम रेल कंपनी लिमिटेड (KRCL) नामक निजी कंपनी को 1,100 करोड़ रुपये (ब्याज सहित 1,600 करोड़ रुपये) अनधिकृत तरीके से डायवर्ट किए. 

 

Advertisement
Advertisement