असम के गुवाहाटी में 1971 के युद्ध के दिग्गजों के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. उस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शिरकत की. वहां पर राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कई बड़े ऐलान किए. उनकी तरफ से बताया गया कि देश के लिए शहीद हुए सैनिकों के परिवार को 20 लाख की जगह अब 50 लाख रुपये की मदद और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी.
इस मौके पर सीएम ने कहा कि मुझे इस बात का गर्व है कि हमारी सरकार ने रिटायर सैनिकों के लिए भी कई काम किए हैं. उनके बच्चों के लिए मेडिकल कॉलेज में आरक्षण बढ़ा दिया गया है. ग्रुप सी और ग्रुप डी में भी 2 फीसदी आरक्षण की शुरुआत कर दी गई है.
वैसे इस कार्यक्रम में राजनाथ सिंह का भी संबोधन हुआ था. उन्होंने कई मुद्दों पर विस्तार से अपनी बात रखी. जोर देकर कहा गया कि भारत अब किसी के सामने भी नहीं झुकता है. उन्होंने बोला कि इस बार इंडो-चाइना के टकराव के समय मैंने अपने सेना के शौर्य और पराक्रम को देखा और मेरा भरोसा पक्का हो गया कि दुनिया की कितनी बड़ी ताकत हो वो भारत माता का शीश नहीं झुका सकती है.
राजनाथ सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी सरकार द्वारा पूर्वोत्तर भारत का काफी विकास किया गया है. वे मानते हैं कि 1971 के युद्ध ने पूर्वोत्तर को लाभ पहुंचाया है क्योंकि पश्चिमी मोर्चे पर हमारे सामने जो समस्याएं हैं, वे अब पूर्वोत्तर में नहीं हैं. रक्षा मंत्री ने इस सब के अलावा AFSPA विवाद पर भी अपने विचार रखे. उन्होंने साफ कर दिया कि पिछले तीन-चार साल में पूर्वोत्तर के राज्यों से AFSPA हटाने का काम जारी है. असम के 23 जिलों से AFSPA को पूरी तरह से हटा दिया गया है. उनकी माने तो अब इन इलाकों में शांति स्थापित हो चुकी है, इस वजह से AFSPA हटाया गया है.