दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर आम आदमी पार्टी हंगामा किया कर रही है. AAP नेताओं का दावा है कि जेल में उन्हें इंसुलिन की डोज नहीं दी जा रही है और इसकी वजह से उनकी जान को खतरा है. इस पर अब एलजी विनय सक्सेना की तरफ से बयान आया है, जिसमें कुछ और ही कहानी बयां की गई है.
एलजी हाउस से जारी एक बयान में कहा गया है कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने केजरीवाल के स्वास्थ्य पर एलजी को जो रिपोर्ट सौंपी है उससे आम आदमी पार्टी का झूठ उजागर हो गया है. बयान में कहा गया है कि केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर आम आदमी पार्टी द्वारा जो भी कहानी बनाई जा रही है वो तेलंगाना के निजी क्लिनिक के उपचार पर आधारित है.
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मसलन, एलजी द्वारा जारी बयान के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल इंसुलिन रिवर्सल पर थे और डॉक्टर ने उनकी गिरफ्तारी से काफी दिन पहले ही इंसुलिन की डोज बंद कर दी थी. दिल्ली के स्वास्थ्य सिस्टम को लेकर आम आदमी पार्टी के दावे पर भी एलजी ने कटाक्ष किया और कहा कि फिर भी उन्हें (केजरीवाल को) चोरी-छिपे दक्षिण में जाकर इलाज कराना पड़ रहा है, जिसका वह मेडिकल रिपोर्ट भी नहीं दे सके.
एलजी विनय सक्सेना की तरफ से जारी बयान में जेल (डीजी) द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट का हवाला दिया गया है और कहा गया है:
01. अरविंद केजरीवाल तेलंगाना स्थित निजी डॉक्टर से इलाज करा रहे थे. उनके डॉक्टर ने उन्हें इंसुलिन की डोज देना बंद कर दिया था. वह एंटी-डायबिटीज टैबलेट मेटफॉर्मिन ले रहे थे.
02. तिहाड़ जेल में मेडिकल चेक-अप के दौरान केजरीवाल ने डॉक्टरों को बताया कि वह पिछले कुछ सालों तक इंसुलिन ले रहे थे. कुछ महीने पहले कथित तौर पर तेलंगाना के डॉक्टर ने इंसुलिन लेना बंद कर दिया था.
03. आरएमएल अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, केजरीवाल को न तो किसी इंसुलिन की सलाह दी गई थी और न ही किसी इंसुलिन की जरूरत बताई गई थी. 10 और 15 अप्रैल को केजरीवाल के स्वास्थ्य की समीक्षा की गई और उन्हें डायबिटीज के लिए टैबलेट देने की सलाह दी गई थी. यह कहना गलत है कि केजरीवाल को उनके इलाज के दौरान किसी भी समय इंसुलिन से इनकार किया गया था.
04. विशेषज्ञ ने केजरीवाल की जांच करने के बाद यह भी कहा, “न्यायिक हिरासत में रहने के बाद से केजरीवाल का ब्लड शुगर लेवल चिंताजनक नहीं है और उन्हें इंसुलिन की भी फिलहाल जरूरत नहीं है."
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तिहाड़ जेल प्रशासन ने अरविंद केजरीवाल के लिए एम्स से डाइट प्लान भी मांगा था. इसके लिए एम्स को लिखी एक चिट्ठी तिहाड़ प्रशासन ने बताया था कि सीएम केजरीवाल अपने खाने में क्या सब ले रहे हैं. एलजी ने इसका जिक्र अपने बयान में भी किया है और बताया, "केजरीवाल मिठाई, लड्डू, केले, आम, फलों की चाट, तला हुआ भोजन, नमकीन, भुजिया, मीठी चाय, पूरी-आलू, अचार और अन्य हाई कोलेस्ट्रॉल वाली चीजें खा रहे थे."
केजरीवाल के लिए एम्स ने एक डाइट प्लान भी दिया था और कई चीजें उन्हें खाने से मना किया था, जैसे:
1. तला हुआ खाना जैसे पूरी, पराठा, समोसा, पकौड़ा, नमकीन, भुजिया, अचार, पापड़ वगैरह.
2. मिठाई, केक, जैम, चॉकलेट, चीनी, गुड़, शहद, आइसक्रीम.
3. आम, केला, चीकू, लीची, अंगूर जैसे फल.
4. सब्जियों में आलू, अरबी वगैरह.
5. घी, अंडे की जर्दी, मक्खन, फुल क्रीम दूध वगैरह.
केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश
एलजी की तरफ से जारी इस बयान पर आम आदमी पार्टी ने भी प्रतिक्रिया दी. आतिशी ने कहा, "तिहाड़ को रिपोर्ट से भाजपा को साजिश दिख गई है. कोई भी डॉक्टर बता देगा 300 शुगर लेवल खतरनाक होता है. भाजपा के कहने पर केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश चल रही है. CM केजरीवाल को इंसुलिन देने में जेल प्रशासन को क्यों दिक्कत है. 12 साल से वह इंसुलिन ले रहे हैं."