Indians light combat aircraft Tejas: चीन से सटी उत्तरी सीमा पर जारी विवाद के बीच भारत ने अपने हल्के लड़ाकू विमान (Light Combat Aircraft) स्वदेशी तेजस फाइटर जेट को मजबूती देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. भारत ने अमेरिका को जॉइंट डायरेक्ट अटैक म्यूनिशन (JDAM ) बॉम्बिंग किट का ऑर्डर दिया है. इन हथियारों को तेजस में फिट करने के बाद उसकी मारक क्षमता पहले से कई गुना ज्यादा बढ़ जाएगी.
अमेरिकन JDAM किट की खरीदी वायु सेना को पहले से प्राप्त वित्तीय ताकतों के तहत की जाएगी. सरकार के टॉप सोर्सेज ने आजतक को बताया कि JDAM बॉम्बिंग किट तेजस एयरक्राफ्ट में फिट हो जाने पर वह सटीकता के साथ बालाकोट जैसी एयरस्ट्राइक कर सकेगा. इस किट के जरिए तेजस 80 किलोमीटर दूर से ही दुश्मन के बंकर्स और रनवे को निशाना बना सकेगा.
एक्टिवेट हो चुके हैं तेजस के 2 स्क्वाड्रन
भारत पहले ही स्वदेशी फाइटर जेट तेजस के 2 स्क्वाड्रन्स को सेना में एक्टिवेट कर चुका है. अगले एक साल में 4 और स्क्वाड्रन सेना को सौंप दिए जाएंगे. तेजस लड़ाकू विमानों के जरिए उन MiG-21 फाइटर जेट को रिप्लेस किया जाएगा, जिन्हें हमारी सेना अब तक इस्तेमाल करती आई है.
सेना को सरकार से मिली आपातकालीन शक्तियां
भारत ने अमेरिकी JDAM बॉम्बिंग किट का ऑर्डर इसलिए दिया है कि दुश्मन देशों के फाइटर जेट से जंग लड़ते समय तेजस उन पर भारी पड़े और बेहतर रणनीति के साथ उन्हें मात दे सके. बता दें कि चीन से सटी पूर्वी लद्दाख की सीमा पर भारत और चीन के बीच विवाद चल रहा है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से निपटने के लिए सरकार ने सेना को आपातकालीन शक्तियां दे दी हैं.
चीन के JF-17 से कहीं बेहतर है तेजस
बता दें कि स्वदेशी तकनीक से निर्मित तेजस फाइटर जेट चीन के JF-17 से कहीं बेहतर विमान है. तेजस में फ्रांस से मंगाई जा रही HAMMER मिसाइल का भी इस्तेमाल किया जाना है. इससे लड़ाकू विमान की मारक क्षमता और बेहतर हो जाएगी.