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एयरस्ट्राइक के बाद बॉर्डर पर गोलीबारी कर रहे पाकिस्तानी आर्मी पोस्ट को भारी नुकसान, भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब

रक्षा सूत्रों के अनुसार एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा पर अंधाधुंध फायरिंग कर रही है. इसके जवाब में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में कुपवाड़ा और राजौरी-पुंछ सेक्टरों में कई पाकिस्तानी सेना की चौकियों को भारी नुकसान हुआ है. ये घटनाक्रम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के जवाब में भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के कुछ घंटों बाद हुआ है.

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LoC  पर तैनात भारतीय सेना से जवान. (फाइल फोटो)
LoC पर तैनात भारतीय सेना से जवान. (फाइल फोटो)

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है और नियंत्रण रेखा पर पिछले कई घंटों से फायरिंग कर रहा है. इसी बीच जानकारी आ रही है कि पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी में 3 नागरिकों की मौत हो गई है. इसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवा की, जिसमें कुपवाडा और राजौरी-पुंछ सेक्टरों में पाकिस्तानी सेना की चौकियों को भारी नुकसान हुआ है.
 
रक्षा सूत्रों के अनुसार, कुपवाड़ा और राजौरी-पुंछ सेक्टरों में कई पाकिस्तानी सेना चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा है और पाकिस्तान की सेना को भी भारी नुकसान हुआ है. यह घटनाक्रम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के जवाब में भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के कुछ घंटों बाद हुआ, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे.

फायरिंग में तीन नागरिकों की मौत

भारतीय सेना के अनुसार, 'नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से अंधाधुंध गोलीबारी में तीन निर्दोष नागरिकों की जान चली गई है.' सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी अभी-भी जारी है. 

भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा के पार चौकियों से मनमाने ढंग से गोलीबारी और तोपखाने की फायरिंग की जो कश्मीर के विवादित क्षेत्र को विभाजित करती है. बयान में कहा गया, 'भारतीय सेना सीमा पार से हो रही गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है.'

जवाबी कार्रवाई कर रही है सेना

समाचार एजेंसी ने रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि सेना ने गोलीबारी का बहुत प्रभावी ढंग से जवाब दिया, जिसमें पाकिस्तानी सेना द्वारा आर्टिलरी गन का इस्तेमाल किया गया. सूत्रों ने बताया कि भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी नुकसान हुआ है.

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ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाया. यह एक "केंद्रित, मापा हुआ और गैर-बढ़ावा देने वाला" कदम था. 

सरकार ने एक बयान में कहा कि ये ऑपरेशन सेना, वायुसेना और नौसेना का संयुक्त कदम है, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और Pok में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया, जहां से भारत के खिलाफ हमलों की योजना बनाई गई और उन्हें निर्देशित किया गया.

ये बुनियादी ढांचा तीन प्रमुख आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़ा था. अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित बहावलपुर को व्यापक रूप से जैश-ए-मोहम्मद के संचालन का केंद्र माना जाता है और 2019 के पुलवामा हमले के बाद से यह भारत की नज़र में है. मुरीदके, गुलपुर, सवाई, बिलाल कैंप, कोटली कैंप, बरनाला कैंप, सरजाल कैंप और महमूना कैंप पाकिस्तान और PoK में भारत द्वारा मारे गए अन्य आठ स्थान हैं.

PM मोदी ने की ऑपरेशन की मॉनिटरिंग

सूत्रों के अनुसार, नौ ठिकानों पर सभी हमले सफल रहे और 'ऑपरेशन सिंदूर' में शामिल वायुसेना के पायलट सुरक्षित हैं. सूत्रों ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऑपरेशन पर करीबी नजर रख रहे हैं.

पाकिस्तान ने दावा किया कि छह जगहों पर हमला किया गया है और भारतीय हमले में आठ लोग मारे गए हैं. हालांकि, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ बातचीत के दौरान बताया कि किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और केवल आर्थिक या सैन्य ठिकानों पर हमला किया गया है.

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समाचार एजेंसी ने वाशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से कहा, "किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया है. केवल ज्ञात आतंकवादी शिविरों को ही निशाना बनाया गया है."

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले को युद्ध की कार्रवाई करार दिया और कहा कि हम इसका करारा जवाब देने का पूरा अधिकार है.

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