केरल के कोझिकोड में रेलवे पुलिस ने अंतरराज्यीय चोरी गिरोह के चार आरोपियों को अरेस्ट किया है, जिन्होंने ट्रेन में यात्रा कर रहे एक बुजुर्ग दंपति के बैग से करीब 50 लाख के सोने-हीरे के गहने चोरी कर लिए थे. आरोपियों ने AC कोच में टिकट बुक कर मदद का बहाना बनाकर वारदात को अंजाम दिया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राजेश, दिलबाग, मनोज और जितेंद्र के रूप में हुई है, जो सभी हरियाणा के रहने वाले हैं.
एजेंसी के अनुसार, यह गैंग कई राज्यों में यात्रा कर AC कोच के यात्रियों को निशाना बनाता था और बड़े सफाई से चोरी करता था. बुजुर्ग दंपति चेन्नई-मेंगलुरु ट्रेन के AC-2 टियर कोच में यात्रा कर रहे थे. उन्होंने चेन्नई में ट्रेन में चढ़ने के बाद अपना बैग चेक किया था, जिसमें सोने और हीरे के कीमती जेवरात थे.
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कोझिकोड के कोयिलांडी पहुंचकर देखा तो गहने गायब थे. दंपति ने बताया कि यात्रा के दौरान दो हिंदी भाषी युवक उनके कोच में थे, जिन्होंने उनका बैग ऊपर रखने में मदद भी की थी. शक इन दोनों पर ही गया. शिकायत मिलते ही कोझिकोड रेलवे पुलिस स्टेशन में SHO बशीर पीके के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई. टीम ने दंपति के बयान के आधार पर AC कोच में मौजूद सभी यात्रियों की जांच शुरू की.
कैसे पकड़े गए आरोपी? रेलवे की जांच से खुला राज
पुलिस ने सबसे पहले ट्रेन के रिजर्वेशन चार्ट की जांच की और उन यात्रियों की पहचान शुरू की, जो हिंदी भाषी थे और घटना के समय उसी कोच में सफर कर रहे थे. इसके बाद रेलवे स्टेशन और ट्रेन के कोचों से सीसीटीवी फुटेज निकाला गया. फुटेज में संदिग्ध चार युवक दिखाई दिए.
इसके बाद टीम ने टिकट बुक करते समय इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर ट्रेस किए. कॉल डेटा रिकॉर्ड (CDR) और टावर लोकेशन की मदद से पुलिस को सुराग मिला कि आरोपी केरल-कर्नाटक बॉर्डर की ओर भागने की कोशिश कर रहे हैं. कोझिकोड़ रेलवे पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से बॉर्डर के पास संदिग्धों को लोकेट कर घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया. तलाशी लेने पर उनके पास से सभी चोरी किए गए सोने और हीरे के गहने बरामद कर लिए गए.
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जांच में खुलासा हुआ कि ये चारों एक संगठित गैंग का हिस्सा हैं, जो अक्सर AC कोच में टिकट बुक कर अमीर यात्रियों को निशाना बनाते थे. ट्रेन में सफर के दौरान वे यात्रियों से बातचीत करते, मदद का दिखावा करते और बैग संभालने या ऊपर रखने का मौका तलाशते.
जैसे ही मौका मिलता, वे बैग से कीमती सामान निकालकर खुद को सामान्य यात्री की तरह व्यवहार करते और अगले स्टेशन पर उतर जाते थे. पुलिस ने बताया कि इनका क्राइम रिकॉर्ड कई राज्यों में फैला हुआ है और इनके पिछले मामलों की भी जांच की जा रही है. कोझिकोड़ रेलवे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बरामद गहने दंपति को वापस सौंप दिए जाएंगे. चारों आरोपियों को रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा.