कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को अपने दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर इंडिया ब्लॉक के नेताओं के सामने एक प्रेजेंटेशन दिया था, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग पर वोटर फ्रॉड का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने इस दौरान आदित्य श्रीवास्तव का नाम लिया और दावा किया कि वह तीन राज्यों- कर्नाटक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं.
आज तक ने शुक्रवार को लखनऊ में आदित्य श्रीवास्तव का घर ढूंढ निकाला, जिनका ईपीआईसी ((Electronic Electoral Photo Identity)) कार्ड राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिखाया था. आदित्य के दिवंगत पिता एसपी श्रीवास्तव का घर यहां के इंदिरा नगर में स्थित है, लेकिन उनका परिवार यहां नहीं मिला.
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इंदिरा नगर में है आदित्य का पैतृक घर
आदित्य के पड़ोसी लक्षित श्रीवास्तव ने आज तक से बातचीत में कहा, 'आदित्य भैया का घर तो यहां मौजूद है, लेकिन वह और उनका परिवार यहां नहीं रहता. पढ़ाई-लिखाई और नौकरी के लिए वह बहुत पहले यहां से शिफ्ट हो चुके हैं. महाराष्ट्र में रहे और अब पूरा परिवार बेंगलुरु में रहता है. उन लोगों का यहां कभी-कभार ही आना होता है. लेकिन मैंने कभी उनको यहां वोटिंग के दौरान नहीं देखा, ना वह कभी वोट करने आए.'
लक्षित ने आगे कहा, 'आदित्य भइया के माता-पिता यहां रहते थे. उनके पिता का कुछ वक्त पहले निधन हो गया और अब पूरा परिवार बेंगलुरु में रहता है. आदित्य भइया ने बॉम्बे से मास्टर्स किया और वहां से बेंगलुरु चले गए. उनके माता-पिता जब तक यहां रहते थे, तब तक वह आते थे. लेकिन अब नहीं आते हैं. पूरा परिवार अब स्थायी रूप से बेंगलुरु शिफ्ट हो गया है. जब से मैं वोट कर रहा हूं, मैंने कभी उनको लखनऊ में वोट देते नहीं देखा.'
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क्या है आदित्य श्रीवास्तव का मामला?
राहुल ने 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मतदाता धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए आदित्य श्रीवास्तव का उदाहरण दिया और चुनाव आयोग पर सत्तारूढ़ भाजपा के साथ मिलकर चुनाव चोरी करने का आरोप लगाया. आज तक द्वारा की गई त्वरित जांच से पता चला कि आदित्य का नाम कर्नाटक की मतदाता सूची में तो है, लेकिन उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की मतदाता सूची में उनका नाम नहीं है.
इस साल की शुरुआत में, चुनाव आयोग ने कहा था कि विभिन्न राज्यों की मतदाता सूचियों में विसंगतियों और डुप्लिकेट एंट्री को ठीक कर लिया गया है. हो सकता है कि इसी प्रक्रिया के दौरान आदित्य का नाम उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की मतदाता सूचियों से हटा दिया गया हो. राहुल गांधी के आरोपों के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस सांसद द्वारा उल्लिखित नाम राज्य में मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं है.