Indian Railways: बेहतर आराम के साथ ट्रेन यात्रा के बेहतरीन अनुभव के एक नए युग का शुभारंभ पश्चिम रेलवे (Western Railway) द्वारा नए अपग्रेडेड तेजस स्लीपर कोच (Tejas) की शुरुआत के साथ किया गया है. पश्चिम रेलवे की प्रतिष्ठित मुंबई राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन (Mumbai Rajdhani Express) को चलाने के लिए अपग्रेडेड स्मार्ट सुविधाओं के साथ ये चमकीले सुनहरे रंग के कोच शुरू किए गए हैं, जो बेहतरीन यात्रा अनुभव प्रदान करेंगे. इस नए आकर्षक रेक का परिचालन सोमवार, 19 जुलाई, 2021 को पहली बार किया गया.
प्रेस रिलीज के अनुसार, पश्चिम रेलवे की सबसे प्रतिष्ठित और प्रीमियम ट्रेनों में से एक ट्रेन संख्या 02951/52 मुंबई-नई दिल्ली राजधानी स्पेशल एक्सप्रेस के मौजूदा रेक को नये तेजस टाइप के स्लीपर कोच के साथ बदला गया है. ऐसे दो तेजस टाइप स्लीपर कोच रेक राजधानी एक्सप्रेस के रूप में चलाने के लिए तैयार की गई. इन दो रेकों में से एक रेक में विशेष तेजस स्मार्ट स्लीपर कोच शामिल हैं, जो भारतीय रेलवे पर शुरू होने वाला अपनी तरह का पहला कोच है. नई ट्रेन में यात्री सुरक्षा और आराम को बढ़ाने के लिए विशेष स्मार्ट फीचर्स होंगे.
अतिरिक्त स्मार्ट विशेषताएं
PA/PIS (यात्री घोषणा/यात्री सूचना प्रणाली): प्रत्येक कोच के अंदर दो एलसीडी यात्रियों को यात्रा संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी जैसे अगला स्टेशन, शेष दूरी, आगमन का अपेक्षित समय, देरी और सुरक्षा संबंधित जानकारी देंगे.
डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड: एलईडी डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड प्रत्येक कोच पर प्रदर्शित डेटा दिखाएगा. यात्री इसमें ट्रेन संख्या, कोच की कैटेगरी और गंतव्य, मध्यवर्ती स्टेशन के स्क्रॉलिंग टेक्स्ट को कई भाषाओं में प्रदर्शित करेगा.
सुरक्षा और निगरानी: प्रत्येक कोच में छह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जो लाइव रिकॉर्डिंग करते हैं. कम रोशनी की स्थिति में भी ये कैमरे चेहरों की पहचान कर सकते हैं. इनमें नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर लगाए गए हैं.
स्वचालित प्लग द्वार: सभी मुख्य प्रवेश द्वार गार्ड द्वारा केंद्रीकृत नियंत्रित हैं. जब तक सभी दरवाजे बंद नहीं हो जाते तब तक ट्रेन शुरू नहीं होती है.
फायर अलार्म, डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम: सभी कोचों में ऑटोमैटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम लगाए गए हैं. पेंट्री और पावर कारों में आग लगने का पता चलने पर स्वचालित अग्नि शमन प्रणाली (fire suppression system) कार्य शुरू कर देती है. आपातकालीन चिकित्सा या सुरक्षा जैसी आपात स्थिति में टॉक बैंक पर बात की जा सकती है.
बेहतर टॉयलेट यूनिट: एंटी-ग्रैफिटी कोटिंग, जेल कोटेड शेल्फ, नए डिजाइन का डस्टबिन, डोर लैच एक्टिवेटेड लाइट, एंगेजमेंट डिस्प्ले के साथ लगाए गए हैं.
शौचालय ऑक्यूपेंसी सेंसर: प्रत्येक कोच के अंदर शौचालय ऑक्यूपेंसी को स्वचालित रूप से प्रदर्शित किया जाता है.
शौचालयों में पैनिक बटन: किसी भी आपात स्थिति के लिए इस बटन को प्रत्येक शौचालय में लगाया गया है.
टॉयलेट एनुसिएशन सेंसर इंटेग्रेशन (टीएएसआई): प्रत्येक कोच में दो टॉयलेट एनुसिएशन सेंसर इंटीग्रेशन लगे हैं, जो उपयोग के समय 'शौचालयों में क्या करें और क्या न करें' की घोषणा को प्रसारित करेंगे साथ ही बायो-वैक्यूम शौचालय प्रणाली भी लगाई गई है.
एयर सस्पेंशन बोगियां: इन कोचों के यात्री आराम और सवारी की गुणवत्ता में सुधार के लिए बोगियों में एयर स्प्रिंग सस्पेंशन लगाए गए हैं. संरक्षा में सुधार के लिए बेयरिंग, व्हील के लिए ऑन बोर्ड कंडीशन मॉनिटरिंग सिस्टम एचवीएसी-एयर कंडीशनिंग सिस्टम, जल स्तर सेंसर भी लगाए गए हैं.
स्टेनलेस स्टील अंडर-फ्रेम: पूरा अंडर-फ्रेम ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील (एसएस 201 एलएन) का है जो कम जंग के कारण कोच के जीवन को बढ़ाता है. प्रत्येक यात्री के लिए मोबाइल चार्जिंग पॉइंट प्रदान किया गया है. साथ ही बर्थ रीडिंग लाइट भी लगाई गई हैं.
अपर बर्थ पर चढ़ने के लिए सुविधा: तेजस टाइप स्लीपर कोच मॉडर्न कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) में निर्मित हो रहे हैं, जो धीरे-धीरे भारतीय रेल नेटवर्क पर लम्बी दूरी की प्रीमियम ट्रेनों में लगाये जायेंगे.