मुंबई में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार और अपराधिक मामलों को ध्यान में रखते हुए महिला कांस्टेबल की एक टीम तैयार की जा रही है जिसे कमांडो लेवल की स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी. इस टीम का काम सिर्फ और सिर्फ महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराध को रोकना होगा.
मुंबई पुलिस के लाख दावों के बावजूद मुंबई में आए दिन महिलाओं के साथ हो रही छेड़खानी, दुष्कर्म जैसे वारदातों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. ऐसे में, मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया की पहल पर महिलाओं की सुरक्षा महिला कांस्टेबल के हवाले करने की तैयारी की जा रही है. मुंबई पुलिस ने इसके लिए 200 महिला कांस्टेबलों को शॉर्टलिस्ट किया है. मुंबई पुलिस के डीसीपी और पीआरओ महेश पाटिल के मुताबिक महिला कांस्टेबलों की ट्रेनिंग एक हफ्ते में शुरू हो जाएगी.
ट्रेनिंग के तहत बाइक चलाने, फायर आर्म्स का इस्तेमाल करने, जूडो-कराटे की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके साथ-साथ वायरलेस कम्युनिकेशन सिस्टम का इस्तेमाल करना भी सिखाया जाएगा. पाटिल के मुताबिक, 'इनकी ट्रेनिंग एक महीने में पूरी हो जाएगी. इनका लक्ष्य महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकना और इनकी प्राथमिकता महिलाओं को शहर में सुरक्षित महसूस करवाना होगा.'
इससे पहले भी मुंबई पुलिस ने इस साल महिला दिवस के मौके पर महिलाओं की मदद के लिए एसएमएस सर्विस लांच किया था जिसका जबरदस्त फायदा देखने को मिला है. मुंबई पुलिस को उम्मीद है कि एसएमएस सर्विस की तरह उनकी यह रणनीति भी कामयाब रहेगी.