पुणे पुलिस ने मध्य प्रदेश के बड़वानी में चल रहे एक बड़े अंतरराज्यीय अवैध हथियार निर्माण और तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है. इसी के साथ 36 लोगों को पकड़ा गया है. यह कार्रवाई तब की गई, जब पिछले तीन हफ्तों में पुणे में लगातार देशी पिस्तौलें बरामद हो रही थीं और उनकी सप्लाई के तार एमपी से जुड़े पाए गए थे. इसी के बाद पुणे और मध्य प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़वानी के उमरती गांव में बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया.
एजेंसी के अनुसार, पुणे में विमानतल और कालेपाडल पुलिस थानों में दर्ज मामलों की जांच के दौरान हथियार सप्लाई के कई इनपुट मिले. इन्हीं इनपुट्स के आधार पर 105 पुलिसकर्मियों की टीम एमपी पहुंची और छापेमारी की गई. इस दौरान गांव में छिपाई गई 50 अवैध भट्टियां मिलीं, जहां बड़ी मात्रा में देसी कट्टे और पिस्तौलें तैयार की जा रही थीं. पुलिस ने हथियार निर्माण यूनिट को मौके पर ही ध्वस्त कर दिया.
संयुक्त पुलिस आयुक्त रंजन कुमार शर्मा ने कहा कि पिछले तीन हफ्तों में पुणे से 21 पिस्तौलें बरामद की गई थीं. जब आरोपियों से पूछताछ हुई तो पता चला कि हथियार एमपी के बड़वानी जिले से मंगाए जा रहे थे. इसके बाद ही एक बड़े पैमाने पर कार्रवाई की योजना बनाई गई. छापेमारी में 36 लोगों को पकड़ा गया है. वहीं हथियारों की सप्लाई चेन की गहन जांच जारी है.
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पुलिस के अनुसार, यह कोई सामान्य स्थानीय स्तर की फर्जी फैक्ट्री नहीं थी, बल्कि एक संगठित नेटवर्क था, जिसमें कई लोग शामिल थे. हथियार तैयार कर इन्हें महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बेचा जा रहा था. पुलिस अब उन सप्लायरों और खरीदारों पर भी नजर रख रही है, जो इस नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं. संयुक्त सीपी शर्मा ने कहा कि हमें जानकारी मिल रही है कि कई और लोग इस रैकेट में शामिल हैं. जांच जारी है और जल्द और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. पुलिस ने दोनों राज्यों में मिलकर आगे भी संयुक्त अभियान जारी रखने की बात कही है.