महाराष्ट्र के नागपुर में अंतिम संस्कार के दौरान ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, जिससे चीख-पुकार मच गई. यहां श्मशान घाट में अंतिम संस्कार चल रहा था, उसी दौरान अचानक भीषण लपटें उठीं, जिसमें पांच लोग गंभीर रूप से झुलस गए. इनमें 64 साल के विनोद पुंडलीकर मुनघाटे की इलाज के दौरान मौत हो गई.
मामला नागपुर शहर के वाठोड़ा दहनघाट का है. यहां 83 साल की सुशीला बाई हरिभाऊ मुनघाटे का अंतिम संस्कार किया जा रहा था. परंपरा के अनुसार, चिता के चारों ओर परिजन परिक्रमा कर रहे थे. मृतक विनोद मुनघाटे भी अपनी मौसी के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे थे. इसी दौरान अचानक ऐसा कुछ हुआ, जिसने लोगों को दहला दिया.
अंतिम क्रिया के दौरान किसी ने चिता पर डीजल डाल दिया. जैसे ही डीजल आग के संपर्क में आया, लपटें उठीं और पलभर में चिता के आसपास खड़े लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. लोग संभल पाते, उससे पहले तेज आग ने विनोद मुनघाटे सहित चार अन्य लोगों को गंभीर रूप से झुलसा दिया. चीख-पुकार मच गई और मौके पर अफरा-तफरी फैल गई.
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हादसे के बाद तत्काल सभी पीड़ितों को हॉस्पिटल ले जाया गया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद विनोद मुनघाटे और अन्य घायलों को बेहतर इलाज के लिए ऑरेज सिटी हॉस्पिटल रेफर किया गया. लेकिन विनोद मुनघाटे की मौत हो गई. अन्य चार पीड़ितों का इलाज चल रहा है.
हादसे की जानकारी मिलते ही वाठोड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की. पुलिस का कहना है कि वे हर एंगल से जांच कर रहे हैं. किसने चिता पर डीजल डाला, घटना कैसे हुई, इसकी पड़ताल हो रही है. अंतिम यात्रा में इस तरह की घटना हो जाएगी, इसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. वाठोड़ा पुलिस टीम लोगों के बयान दर्ज कर रही है. पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. घटना के बाद से परिवार सदमे में है.