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महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला: शरद पवार के पोते रोहित पवार से ED की 11 घंटे चली पूछताछ, 1 फरवरी को फिर बुलाया

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार को कथित महाराष्ट्र राज्य सहकारी (MSC) बैंक घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 1 फरवरी को एक बार फिर तलब किया है.

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बाएं से शरद पवार और रोहित पवार-फाइल फोटो
बाएं से शरद पवार और रोहित पवार-फाइल फोटो

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार को कथित महाराष्ट्र राज्य सहकारी (MSC) बैंक घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 1 फरवरी को एक बार फिर तलब किया है. रोहित पूछताछ के लिए बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए और 11 घंटे से अधिक समय तक उनसे पूछताछ चलती रही. विधायक रोहित पवार रात करीब 10 बजे दक्षिण मुंबई स्थित ईडी कार्यालय से निकले और पार्टी कार्यालय के लिए रवाना हुए.

राकांपा कार्यालय में प्रवेश करते समय रोहित पवार ने मीडिया से कहा कि उन्होंने पहले भी जांच में एजेंसियों के साथ सहयोग किया है और भविष्य में भी ऐसा करेंगे. उन्होंने कहा, 'अधिकारी अपना काम कर रहे हैं, उन्होंने जो भी दस्तावेज़ मांगे हैं, हमने उन्हें दे दिया है. मैं उनके सामने पेश होऊंगा और वे जो भी जानकारी मांगेंगे, मैं उन्हें दूंगा.'

यह भी पढ़ें: Sharad Pawar के पोते Rohit की ED के सामने पेशी, दफ्तर के गेट तक छोड़ने आईं Supriya Sule

'मुझे 1 फरवरी को दोबारा बुलाया गया है'
रोहित ने कहा, आज ED के वरिष्ठ अधिकारियों को सभी डॉक्यूमेंट दिया है. कुछ और डॉक्यूमेंट अधिकारियों को चाहिए उसके लिए मुझे 1 फरवरी को दोबारा बुलाया गया है. मैंने शुरू से ही जांच में सहयोग किया था. आज भी किया है और आगे भी करूंगा. 12 घंटे तक पवार साहब ने मेरे लिए इंतज़ार किया, इसलिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं. मैं आगे भी लड़ता रहूंगा.

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इससे पहले, राकांपा सांसद सुप्रिया सुले और पार्टी के अन्य नेता रोहित के साथ सुबह करीब 10.30 बजे बैलार्ड एस्टेट स्थित केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय पहुंचे. जांच एजेंसी के कार्यालय में जाने से पहले रोहित पवार पास में स्थित राकांपा कार्यालय गए और शरद पवार से मुलाकात की, उनके पैर छुए और पार्टी के अन्य नेताओं से भी बातचीत की. उन्होंने विधान भवन का भी दौरा किया और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा और भारतीय संविधान की पट्टिका पर श्रद्धांजलि अर्पित की. रोहित पवार के ईडी कार्यालय में प्रवेश करने से पहले सुले ने उन्हें भारतीय संविधान की एक प्रति सौंपी.

ईडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
राज्यभर से यहां आए सैकड़ों राकांपा कार्यकर्ता दक्षिण मुंबई स्थित पार्टी कार्यालय में एकत्र हुए. उन्होंने रोहित पवार के समर्थन में नारे लगाए और ईडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ED द्वारा पूछताछ के बाद लौटने पर रोहित ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि मुझे 19 जनवरी को ईडी का समन मिला था. मैंने उनसे 22 या 23 तारीख को पूछताछ करने का अनुरोध किया था, क्योंकि मराठा प्रदर्शनकारी मुंबई की ओर बढ़ रहे हैं. इसलिए हमें ईडी की जांच से उन्हें कोई परेशानी होने की उम्मीद नहीं थी. मैंने अपने अनुरोध के संबंध में ईडी को एक मेल भेजा था, लेकिन मुझे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली इसलिए मैंने उनसे संपर्क किया और उन्हें बताया कि मैं 24 तारीख को सुबह 10:30 बजे ईडी अधिकारियों के सामने पेश होऊंगा.

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मैं कुछ जरूरी दस्तावेज़ों के साथ गया था. उन्होंने मुझसे 11 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. मैंने उनके साथ सहयोग किया है. यहां तक कि उन्होंने मुझे चाय और दोपहर का खाना भी ऑफर किया. आज की जांच पूरी करने के बाद उन्होंने मुझे कुछ दस्तावेजों के साथ 1 फरवरी को उपस्थित होने के लिए कहा है. और मैं उनकी आवश्यकता के अनुसार उपस्थित होने जा रहा हूं.

पार्टी नेताओं का आभार व्यक्त किया
आज सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी मेरा समर्थन करने के लिए यहां आये थे. यहां तक कि शरद पवार साहब और सुप्रिया सुले जी भी पूरे दिन पार्टी परिसर में मौजूद रहे. और इससे पता चलता है कि हमारी पार्टी के नेता किस तरह मेरा समर्थन कर रहे हैं. मैं इसके लिए वास्तव में अपने नेताओं, सहकर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं का आभारी हूं.

'गलत बयानबाजी पर करेंगे कार्रवाई'
रोहित ने कहा, मैंने देखा है कि औरंगाबाद के कुछ नेता (शिंदे) मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें बताना चाहता हूं कि अगर आप इस तरह के गलत बयान देंगे तो हम आवश्यक कानूनी कार्रवाई करेंगे. और जो लोग राजनीतिक आरोप लगा रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मेरा मामला हमारी पार्टी से भागे लोगों से अलग है, इसलिए मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि वे ऐसे बयान न दें.

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उन्होंने कहा, ईडी अधिकारी वहां काम कर रहे हैं इसलिए मुझे उनसे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर आप आम लोगों से पूछेंगे तो वे आपको बताएंगे कि वे एजेंसियों के बारे में क्या सोचते हैं. और आप सब देख रहे हैं कि जब लोकसभा चुनाव आ रहे हैं तो जो विरोधी दल में हैं, उन पर एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं. आप देख सकते हैं कि तमिलनाडु, उड़ीसा और महाराष्ट्र में भी कार्रवाई चल रही है. इसलिए अब लोगों को लग रहा है कि अगर वे पार्टी या परिवार को तोड़ना चाहते हैं तो केंद्रीय एजेंसियों की मदद लेते हैं.

विधायक ने कहा, मैं राजनीति के लिए नया हूं. कुछ लोग सोचते हैं कि मैं बच्चा हूं (अजित पवार ऐसा कहते हैं) इसलिए शरद पवार साहब मेरा समर्थन करने के लिए वहां मौजूद थे. और यह अच्छा है. वह हमारे माता-पिता हैं. (बाप मानुस) और हम माता-पिता की उम्र के बारे में बात नहीं करते हैं. (अजित पवार वरिष्ठ पवार की उम्र के बारे में बात करते हैं).

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