महाराष्ट्र में नागपुर जिले के डोरली गंगाजी गांव में एक तेंदुआ खेत में बने गड्ढे में फंस गया. यह घटना कलमेश्वर रेंज के अंतर्गत हुई, जो शहर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर है. लोगों ने देखा तो मामले की जानकारी वन विभाग को दी. सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया.
एजेंसी के अनुसार, वन रेंज अधिकारी (Forest Range Officer) पीआर शिरपुरकर तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और नागपुर से रैपिड रेस्क्यू टीम को भी बुलाया गया. टीम ने कई घंटों तक कड़ी मशक्कत के बाद करीब एक साल के तेंदुए को सुरक्षित रूप से गड्ढे से बाहर निकाल लिया. अधिकारियों ने बताया कि तेंदुआ को बेहद सुरक्षित तरीके से निकाल लिया गया.
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह तेंदुआ आसपास के क्षेत्र में आमतौर पर देखा जाता है और संभव है कि यह भोजन की तलाश में खेत की ओर आया हो. गड्ढे में गिरने के बाद जब स्थानीय ग्रामीणों को जानकारी हुई तो तुरंत वन विभाग को सूचना दी.
वन विभाग के रेंज अधिकारी ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं में तेंदुए को सुरक्षित निकालना चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि डर और तनाव में जानवर का व्यवहार कुछ अलग हो सकता है. इसके बावजूद टीम ने विशेषज्ञों की मदद के साथ तकनीक का सहारा लेकर सावधानी से तेंदुए को बचा लिया.
इस दौरान वन विभाग ने ग्रामीणों से भी अपील की कि जंगल और खेतों के आसपास संदिग्ध जानवरों को देखते ही तुरंत सूचना दें. रेस्क्यू के बाद तेंदुआ को सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ दिया गया. वन विभाग इस तरह की घटनाओं पर नजर रख रहा है.