मुंबई में सोमवार को कुछ घंटों की राहत के बाद एक बार फिर मूसलधार बारिश ने कहर बरपा दिया. दक्षिण मुंबई के कई हिस्सों में भारी बारिश शुरू हो गई है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शहर के लिए मंगलवार सुबह 8:30 बजे तक रेड अलर्ट जारी किया है. इस दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
दरअसल, रविवार रात से लेकर सोमवार सुबह तक हुई तेज बारिश ने शहर में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी और अब यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई ने पिछले 24 घंटों में जो बारिश दर्ज की, उसने मई महीने में पिछले 107 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया. इतना ही नहीं, यह बारिश पिछले 75 सालों में सबसे जल्दी पहुंचा मानसून भी लेकर आई है. इससे पहले 1950 में मानसून ने इतनी जल्दी मुंबई में दस्तक दी थी.
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह दक्षिण-पश्चिम मानसून की निर्धारित तिथि से 16 दिन पहले मुंबई पहुंचा है. आमतौर पर मुंबई में मानसून 11 जून के आसपास आता है, जबकि पिछले साल 25 जून को पहुंचा था.

दक्षिण मुंबई में बाढ़ जैसे हालात, कई इलाकों में 200 मिमी बारिश
रविवार रात से सोमवार सुबह के बीच मुंबई के कई हिस्सों में 200 मिमी से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई. इनमें नरीमन पॉइंट, वॉर्ड म्युनिसिपल हेड ऑफिस, कोलाबा पंपिंग स्टेशन और कोलाबा फायर स्टेशन प्रमुख हैं. लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे यातायात बाधित हुआ और सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ.

मुंबई मेट्रो स्टेशन डूबा, लोकल ट्रेन और उड़ानों पर असर
बारिश का प्रभाव केवल सड़कों तक सीमित नहीं रहा. मुंबई मेट्रो का एक भूमिगत स्टेशन, जिसे दो हफ्ते पहले ही चालू किया गया था, पूरी तरह पानी में डूब गया. इससे मेट्रो सेवाएं रोकनी पड़ीं. साथ ही, लोकल ट्रेनें कई रूटों पर देर से चलीं और कुछ को रद्द भी करना पड़ा.
हवाई अड्डे पर विमानों की उड़ानों में देरी और कुछ के रद्द होने की सूचना मिली है.
कुर्ला, सायन, दादर और परेल जैसे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति सबसे गंभीर रही. सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों और वीडियो में देखा गया कि सड़कें नदियों में बदल गईं और वाहन पानी में तैरते नज़र आए.

ठाणे में हालात का जायज़ा लेने पहुंचे डिप्टी सीएम शिंदे
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे में हालात का जायज़ा लिया और कहा कि इतने कम समय में अत्यधिक बारिश और मानसून की समय से पहले आमद के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव हुआ. उन्होंने प्रशासन को चौकन्ना रहने और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए.
केरल में भी समय से पहले पहुंचा मानसून
केरल में मानसून पहले ही शनिवार को पहुंच चुका है, जो कि 2009 के बाद सबसे जल्दी है. आमतौर पर मानसून 1 जून को केरल में पहुंचता है, लेकिन इस बार यह 23 मई को ही राज्य में प्रवेश कर गया. मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, और जलभराव वाले क्षेत्रों से बचें. मुंबई नगर निगम (BMC) ने आपदा प्रबंधन टीमें तैनात कर दी हैं और जल निकासी के कार्य में तेजी लाई जा रही है.