महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि शिवसेना हिंदुत्व का रास्ता छोड़ चुकी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अभी भी हिंदुत्व के एजेंडे पर कायम है.
शिवसेना पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उद्धव की पार्टी उनके सहयोगी दलों द्वारा सावरकर को लेकर की गई टिप्पणियां कैसे भूल सकती हैं? शिवसेना कांग्रेस के साथ है जो गुपकार बातचीत का समर्थन कर रही है. ये लोग जम्मू कश्मीर में चीन की मदद से फिर से अुच्छेद 370 लागू कराना चाहते हैं.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शिवसेना पर लगातार हमले कर रहे हैं. हाल ही में जब केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल ने दावा किया था कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार जल्द बन सकती है. तब भी उन्होंने अघाड़ी सरकार पर निशाना साधा था.उ न्होंने कहा था कि जब राज्य में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार गिर जाएगी, उसके बाद सही समय पर शपथ ग्रहण समारोह होगा. इस बार सुबह के वक्त शपथ नहीं ली जाएगी, लेकिन ऐसे वाकयों को याद नहीं किया जाना चाहिए.
Our Hindutva hasn't changed. Shiv Sena has left Hindutva. How can they forget what their allies said on Savarkar? They're with Congress which backs Gupkar Declaration, that talks of restoring Article 370 with China's aid: Devendra Fadnavis, former Maharashtra CM & BJP leader pic.twitter.com/rykp72VMMs
— ANI (@ANI) November 28, 2020
इससे पहले कंगना के मामले में आए बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले को लेकर भी फडणवीस ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश से यह साफ होता है कि कैसे सरकार ने ताकत का गलत इस्तेमाल किया. अगर आप सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर गलत बोलेंगे तो आपको गिरफ्तार कर लिया जाएगा. महाराष्ट्र में यही स्थिति है.
बता दें कि पिछले साल 23 नवंबर को ही बीजेपी ने महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी, जो सिर्फ 80 घंटे के लिए ही टिक पाई थी. देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने सुबह-सुबह राजभवन में शपथ ले ली थी, लेकिन जब बहुमत साबित करने के बारी आई तो उससे पहले ही अजीत पवार अपनी पार्टी के पास वापस चले गए थे.