
महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में कुछ महीने पहले लोगों में बाल झड़ने की समस्या सामने आई थी. लगभग 18 गांव के 200 से ज्यादा लोगों में यह समस्या पाई गई थी, जिसके चलते इन गांव में ICMR की टीम भी पहुंची थी और अलग-अलग सैंपल कलेक्ट किए थे. जिस बोंडगांव से बाल झड़ने की समस्या शुरू हुई थी, अब उसी गांव में जिन लोगों के बाल झड़े थे उन्हीं में 10-12 लोगों के नाखून खराब होने के बाद झड़ने की घटना सामने आई है.
गांव के सरपंच ने नाखून खराब होने के बाद झड़ने की जानकारी जिला प्रशासन को दी, जिसके चलते वहां जिला स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारी पहुंचे और उन्होंने पीड़ितों के ब्लड सैंपल लिए हैं. शुरुआती जांच में हेल्थ अधिकारियों ने बाल-नाखून झड़ने की घटना के पीछे शरीर में सेलिनियम की मात्रा बढ़ने को बताया है.
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बाल झड़ने के बाद, अब नाखून झड़ने की घटना
बाल झड़ने के बाद नाखून खराब होने के कारण स्वास्थ विभाग के सामने फिर से चुनौती खड़ी हो गई है. बाल झड़ने की खबर के बाद ICMR की टीम भी पहुंची थी, जांच के लिए मरीजो के बालों के और अन्य नमूने लिए थे, लेकिन अभी तक ICMR का रिपोर्ट नहीं आई है.
बाल झड़ने की घटना के पीछे दावा किया गया कि ऐसा शरीर में सेलिनियम की मात्रा बढ़ने की वजह से हुआ है. अब फिर से उन्हीं पीड़ितों के नाखून खराब होकर झड़ रहे हैं. यह किस कारण हो रहा है, यह भी जांच के बाद ही पता चल पाएगा.
गांव के सरपंच घटना पर क्या बोले?
गांव के सरपंच राम थारकर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से यह समस्या गांव के उन लोगों में दिखाई दे रही है, जिनके बाल झड़े थे. पहले 2 दिन में नाखून में दरार पड़ती है और उसके बाद नाखून झड़ जाते हैं. इसकी सूचना जिला अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी और आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव को दी गई है. जिला प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य विभाग की टीम आई और उन्होंने जांच की.
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30 से ज्यादा लोगों के नाखून खराब हुए
जिला के स्वास्थ अधिकारी प्रशांत तांगड़े ने बताया कि बोंड गांव और परिसर में 30 से ज्यादा लोगों के नाखून खराब हुए हैं. प्राथमिक तौर कुछ लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए हैं. सैंपल अकोला की लैब में जांच के लिए भेजे जाएंगे. रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि वजह क्या है, लेकिन प्राथमिक तौर कहा जाए तो शरीर में सेलिनियम की मात्रा बढ़ जाने के कारण ऐसा हो सकता है.