भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर ने शनिवार को महाराष्ट्र के सांगली जिले के कुछ शहरों और गांवों के नाम बदलने की मांग की ताकि मुगल काल के निशान मिटाए जा सकें, और इन स्थानों के मूल नामों को बहाल करने का आह्वान किया.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह जल्द ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर खानपुर शहर का नाम बदलकर भवानीपुर करने का अनुरोध करेंगे.
सांगली में जाट निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पडलकर ने कहा, "इसी तरह, जाट तालुका के सुल्तान गाडे गांव और उमाडी गांव के नाम भी बदले जाने चाहिए. जहां भी मुगल काल के निशान हैं, उन नामों को मिटा दिया जाना चाहिए और पहले के नामों को बहाल किया जाना चाहिए."
खानपुर में एक महादेव मंदिर में नंदी की मूर्ति के कथित अपमान की पृष्ठभूमि में यह मांग की गई है.
विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि 'सर्व धर्म समभाव' (सभी धर्म समान हैं) की अवधारणा भ्रामक है और हिंदुओं पर थोपी गई है. उन्होंने कहा, "हिंदुओं को 'सर्व धर्म समभाव' नशे की गोली की तरह खिलाया गया है. हिंदुओं को इससे बाहर आना चाहिए. ऐसा क्यों है कि केवल हिंदुओं से ही इसका पालन करने की अपेक्षा की जाती है?"
पहलगाम आतंकी हमले पर पडलकर ने कहा, "अगर हिंदू और मुसलमान वास्तव में भाईचारे का रिश्ता साझा करते हैं, तो हिंदुओं को उनके धर्म के बारे में पूछे जाने पर क्यों निशाना बनाया गया और गोली मार दी गई? इस्लामी आयतों के पाठ के बाद भी, कुछ पीड़ितों को अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया और फिर गोली मार दी गई. यह हिंदू-मुस्लिम भाईचारे के नारे के पीछे के झूठ को दर्शाता है."
पडलकर ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को पाकिस्तानियों ने नहीं बल्कि उनके अपने पड़ोसियों ने कश्मीर से बाहर निकाला था.