महाराष्ट्र के भिवंडी में शनिवार को एक इमारत जमींदोज हो गई. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है. मलबे से अब तक 14 लोगों को निकाला जा चुका है, जबकि सात लोगों के फंसे होने की आशंका है. पिछले 19 घंटे से राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), फायर ब्रिगेड और पुलिस के जवान इमारत के मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं.
बताया जाता है कि इमारत के गिरने के बाद स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड और डिजास्टर मैनेजमेंट टीम को फोन कर इसकी सूचना दी थी. बताया जा रहा है कि जो इमारत जमींदोज हुई है वो ग्राउंड प्लस 2 मंजिला थी. घटना के बाद मौके पर एनडीआरफ की टीम भी पहुंच गई है. मौके पर प्रशासन के आला अधिकारी भी मौजूद हैं.
मृतक के परिजनों को पांच लाख का मुआवजा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भिवंडी में इमारत गिरने की घटना पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने इस हादसे में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये देने का भी ऐलान किया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटनास्थल का भी दौरा किया और अस्पताल पहुंचकर घायलों का भी हाल जाना.
सीएम शिंदे ने इस हादसे में घायल लोगों के उपचार का पूरा खर्च उठाने की घोषणा भी की है. उन्होंने पुलिस-प्रशासन को ये निर्देश भी दिया है कि पुलिस, फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ के साथ ही अन्य बचाव दल मलबे में फंसे लोगों को जल्द से जल्द निकालने और अस्पताल पहुंचाने की कोशिश करें.
सीएम शिंदे ने भिवंडी हादसे के बाद जर्जर इमारतों को लेकर सख्त रुख अपना लिया है. सीएम शिंदे ने अधिकारियों को ये निर्देश दिए हैं कि सभी जर्जर इमारतें खाली करा ली जाएं. उन्होंने अधिकारियों से बरसात का मौसम शुरू होने के पहले सभी जर्जर इमारतें खाली कराने के लिए कहा है.
हादसे में इनकी गई जान
हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें 35 साल के नवनाथ सावंत, 26 साल की लक्ष्मी देवी और साढ़े चार साल की मासूम सोना मुकेश कोरी शामिल हैं. इमारत के मलबे से दो मासूम बच्चे भी सुरक्षित निकाल लिए गए हैं जिनका उपचार अस्पताल में चल रहा है. अधिकारियों के मुताबिक अभी भी आधा दर्जन से अधिक लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.
(एजाज के इनपुट के साथ)