महाराष्ट्र में नवी मुंबई पुलिस ने डकैती और अपहरण के मामले में बेंगलुरु से आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पुलिसकर्मी बनकर एक व्यक्ति से 31.7 लाख रुपये लूटे थे. इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी. वरिष्ठ निरीक्षक देवीदास कटले ने बताया कि आरोपियों को 31 मई को नवी मुंबई के जुईनगर इलाके में हुई वारदात के 36 घंटे के भीतर 2 जून को बेंगलुरु के अपरपेट पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया.
पीड़ित दूसरों के लिए एटीएम में नकदी जमा करने का काम करता था और गिरोह ने 31 मई की सुबह जुईनगर में एक राष्ट्रीयकृत बैंक के एटीएम पर उसे निशाना बनाया. आरोपियों में से एक ने पुलिसकर्मी बनकर पीड़ित को मुक्का मारा, गाली-गलौज की और उसे जबरन कार में बैठा लिया. अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने पीड़ित को धमकाया और पाम बीच रोड पर छोड़ने से पहले 31.73 लाख रुपये की नकदी छीन ली.
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पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमारी जांच टीम ने अपराध में इस्तेमाल की गई कार की पहचान कर ली है. ड्राइवर से पूछताछ करने पर हमें पता चला कि आरोपियों ने केरल साइबर पुलिस के पुलिस अधिकारी बनकर सानपाड़ा पुल से कार ली और लूटपाट करने के बाद उसे वहीं छोड़ दिया. अधिकारी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि गिरोह बेंगलुरु भाग गया है.
इसके बाद एक टीम बेंगलुरु भेजी गई. आरोपी केरल और तमिलनाडु के मूल निवासी हैं और पुलिस ने उनके पास से 30.4 लाख रुपये का कीमती सामान बरामद किया है. अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 310(2) (डकैती), 138 (अपहरण), 204 (लोक सेवक का भेष बदलना) और 61 (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.