महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी उठापटक काफी तेज हो गई है. प्रदेश के डिप्टी सीएम और एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार ने बुधवार सुबह दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. अजित कल रात दिल्ली पहुंचे, रात 1 बजे से सुबह 8 बजे तक 7 घंटे के अपने दौरे में उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात की.
अमित शाह और अजित पवार की मुलाकात के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस सुबह-सुबह दिल्ली पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक, यह मुलाकात आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एनडीए के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए हुई.
जल्द से जल्द सीट बंटवारे पर जोर
मीटिंग के दौरान अजित पवार ने जल्द से जल्द सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देने पर जोर दिया और लोकसभा चुनावों की तरह आखिरी समय तक सीटों के बंटवारे को टालने की बात कही. इस बात को ध्यान में रखते हुए ही अजित पवार ने अमित शाह से मुलाकात के लिए समय मांगा था.
'पुरानी 54 सीटें रहें बरकरार'
सूत्रों के मुताबिक अजित ने महायुति गठबंधन में शामिल होते समय किए गए वादे के मुताबिक करीब 80 से 90 सीटों पर दावा किया है. अजित पवार गुट ने 2019 के विधानसभा चुनावों में एनसीपी की जीती गई 54 सीटों को बरकरार रखने की मांग की है. इसके अलावा, पवार पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र (खानदेश) क्षेत्र से कांग्रेस के खिलाफ 20 सीटों पर चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं.
मुंबई की 4-5 सीटों पर भी नजर
अजित पवार ने मुंबई में कांग्रेस के खिलाफ 4 से 5 सीटों पर अपनी नजरें गड़ा दी हैं. इन सीटों पर अल्पसंख्यक वोट बैंक का दबदबा है. अजित पवार को भी भरोसा है कि उनकी पार्टी से 3 निर्दलीय और 3 कांग्रेस विधायक चुनाव लड़ेंगे.
बीजेपी ने रखा है 160-170 सीटों का लक्ष्य
इस बीच, सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने भी 100 सीटों पर लड़ने का मन बना लिया है. वहीं, राज्य की भाजपा कोर कमेटी की बैठक में 160 से 170 सीटों का लक्ष्य रखा गया है. अब देखना यह है कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में महायुति गठबंधन के तीन प्रमुख घटक दल एक-दूसरे के साथ कैसे तालमेल बिठा पाते हैं.