पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार रात को निधन हो गया. उनके निधन की खबर से पूरा देश शोक में डूबा है. विदेश मंत्री रहते हुए भी सुषमा स्वराज जिस तरह से आम लोगों से जुड़ी थीं, उसकी मिसाल सभी देते हैं. लोगों के एक ट्वीट पर ही वह उनकी मदद के लिए तैयार हो जाती थीं. न जाने कितने ही लोगों की मदद उन्होंने ट्विटर के जरिए की थी.
सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां क्लिक करें
ऐसे ही एक शख्स हैं भोपाल के रहने वाले राजीव शर्मा, जिनकी मदद सुषमा स्वराज ने की थी. साल 2017 में एक ट्वीट के बाद जिस तरह से सुषमा स्वराज ने राजीव शर्मा के पोते को जिंदगी दी, उसे याद कर राजीव आज भी भावुक हो जाते हैं. आजतक संवाददाता रवीश पाल सिंह ने राजीव शर्मा से बातचीत की. उन्होंने बताया कि कैसे मुसीबत के वक्त जब भोपाल के सभी डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए थे तो सुषमा स्वराज की वजह से उनके पोते को जीवनदान मिल गया.सुषमा स्वराज के आदेश पर तब पीड़ित बच्चे को भोपाल से एयरलिफ्ट कर दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया जिसके कारण बच्चे की जान बच गई. राजीव शर्मा को अपने पोते के जन्म के 48 घंटे बाद उसकी दिल की बीमारी का पता लगा. बच्चे का इलाज भोपाल में नहीं हो पा रहा था, ऐसे में राजीव ने ट्वीट कर सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई. ट्वीट के बाद सुषमा स्वराज ने रिएक्टर किया और उनके स्टाफ ने राजीव शर्मा के परिवार से संपर्क किया. जिसके बाद उनके पोते को एयरलिफ्ट कराया गया.
लगभग 25 दिन तक चले इलाज के बाद राजीव के पोते की जान बच गई. राजीव कहते हैं कि उनका पोता पूरी तरह से स्वस्थ है और अपने माता-पिता के साथ बेंगलुरु में है. राजीव ने कहा, "सुषमा स्वराज को पुनर्जन्म लेना चाहिए." राजीव शर्मा ने यह भी कहा कि परिवार सुषमा स्वराज से अपने पोते का नामकरण कराना चाहता था लेकिन ऐसा होता उससे पहले ही सुषमा स्वराज का निधन हो गया.