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रांची में फिर लहराएगा देश का सबसे ऊंचा तिरंगा

दो दफा फटने के बाद अब दुबई में तैयार हुआ तिरंगा लहराया जाएगा. इसे बनाने में करीब 4100 यूएस डॉलर खर्च हुए हैं. इसकी कीमत भारतीय मुद्रा के अनुसार 1 लाख 80 हजार रुपये आंकी गई है. अब रांची देश का पहला ऐसा शहर होगा, जहां विदेशी मटीरियल से तैयार राष्ट्र ध्वज फहराया जाएगा.

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23 जनवरी को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने रांची में फहराया था सबसे ऊंचा तिरंगा
23 जनवरी को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने रांची में फहराया था सबसे ऊंचा तिरंगा

15 अगस्त को पहाड़ी मंदिर पर भी देश का सबसे ऊंचा तिरंगा फहराने की तैयारी पूरी हो गई है. इस मौके पर पहाड़ी मंदिर से भव्य झांकी निकाली जाएगी. इसमें कुल 3100 युवा भाग लेंगे, जो राष्ट्रीय ध्वज के साथ ढोल, नगाड़ा, छऊ नृत्य करते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचेंगे.

दो दफा फटने के बाद अब दुबई में तैयार हुआ तिरंगा लहराया जाएगा. इसे बनाने में करीब 4100 यूएस डॉलर खर्च हुए हैं. इसकी कीमत भारतीय मुद्रा के अनुसार 1 लाख 80 हजार रुपये आंकी गई है. अब रांची देश का पहला ऐसा शहर होगा, जहां विदेशी मटीरियल से तैयार राष्ट्र ध्वज फहराया जाएगा.

23 जनवरी को रक्षामंत्री ने फहराया था सबसे ऊंचा तिरंगा
इसी साल नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 119वीं वर्षगांठ पर रांची स्थित पहाड़ी बाबा मंदिर पर देश का सबसे ऊंचा और सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था. उस दिन रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने रांची के मध्य में स्थित पहाड़ी मंदिर पर 293 फीट ऊंचे फ्लैग पोल पर देश का अब तक का सबसे बड़ा तिरंगा फहराया था. झंडे को फहराने के लिए जमीन से 493 फुट ऊपर पहाड़ की चोटी पर 293 फुट ऊंचा फ्लैग पोस्ट बनाया गया है.

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99 फीट चौड़ा है तिरंगा
बीते दिनों हवा के झोंकों से कई बार फट जाने से इसे नीचे उतार लिया गया था. वैसे अब तक दो तिरंगे फट चुके हैं. नए तिरंगा 99 फीट चौड़ा और 66 फीट लंबा है. बताया जाता है कि इस बार क्वालिटी और स्टेबिलिटी अच्छी है. इस तिरंगे का डिजाइन मेकॉन का है. मटीरियल की खासियत है कि यह ट्रिपल यार्न यूबी स्टेबलाइज्ड है.

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