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रांची: सहारा के निवेशकों का जोरदार प्रदर्शन, कांग्रेस नेता ने लोगों से कहा- भूल कर भी न लगाएं पैसे

रांची के डोरंडा में सहारा के निवेशकों ने विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता आलोक दुबे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने एफआईआर दर्ज करवाई. थाना प्रभारी रमेश कुमार सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को उचित कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया.

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प्रदर्शन की तस्वीरें
प्रदर्शन की तस्वीरें

झारखंड के लगभग डेढ़ करोड़ से ज्यादा गरीबों और साधारण मध्यम वर्गीय परिवारों के जीवन की गाढ़ी कमाई सहारा में फंसी हुई है. अब कंपनी के खिलाफ एक्शन शुरू हो गया है. प्रदेश कांग्रेस कमिटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दुबे के नेतृत्व में सहारा निवेशक एवं सहारा एजेंट ने जनआंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के बैनर तले सहारा के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ डोरंडा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर राजधानी सहित राज्य के सभी थाना में प्राथमिकी दर्ज करने की शुरुआत कर दी है. 

सहारा के निवेशकों को कार्रवाई का भरोसा

आलोक दुबे के नेतृत्व में एफआईआर की कॉपी रिसीव की गई. उसके बाद थाना प्रभारी रमेश कुमार सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को उचित कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया. ज्ञापन में कहा गया है कि रांची में सहारा की तीन सहकारी समिति एवं कंपनी में धन निवेश किया गया था, जिसमें सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, सहारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, सहारा मल्टी परपस सोसायटी लिमिटेड, सहारा क्यू शॉप कंपनी जिसकी परिपक्वता राशि सिर्फ हीनू शाखा में लगभग 11 करोड़ पचास लाख हो जाने के बाद भी कई वर्षों से भुगतान नहीं हो रहा है. 

भुगतान के संबंध में एफसी मैनेजर सुनील कुमार सिंह, सेक्टर मैनेजर विजय महतो, जोनल चीफ पीएंन सिंह, बिजनेस एडवाइजरी गणेश भगत, सेक्टर एडवाइजरी गणेश साहू, रीजनल मैनेजर दिनेश कुमार एवं रंजन कुमार सिंह, सतीश चन्द्र सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. थाना प्रभारी ने प्रतिनिधिमंडल के सामने ही स्थानीय मैनेजर एवं जोनल मैनेजर से मोबाइल पर बात भी की और गरीबों के पैसे लौटाने की बात कही. साथ ही यह भी कहा कि सहारा की वजह से अगर कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.

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इलाके में हुआ जोरदार प्रदर्शन

इससे पहले सैंकड़ों की संख्या में निवेशकों और सहारा एजेंट ने कांग्रेस नेता आलोक कुमार दुबे के नेतृत्व में दोपहर 12 बजे होटल अशोका के पास जुलूस निकाला और गरीबों का पैसा देना होगा, सुब्रत राय को गिरफ्तार करो, हमारा पैसा वापस करो, आलोक दुबे जिन्दाबाद नारे लगाते हुए डोरंडा थाना पहुंचे औक लगभग डेढ़ घंटे थाना में सहारा कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन के दौरान मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कांग्रेस नेता आलोक कुमार दुबे ने कहा कि झारखंड के करोड़ों गरीबों, दिहाड़ी मजदूर, ठेला, खोमचा, चाय दुकान, सब्जी विक्रेता, फल विक्रेता, कमजोर लोग, कारपेंटर, कोबलर, कुली, खलासी, ड्राइवर सबने प्रतिदिन 10 रुपए जमा किए. रिटायर्ड लोगों ने अपने पूरे जीवन की कमाई डाल दी. अपनी बहन-बेटियों की शादी के लिए पैसे सहारा में जमा किए. हर दो-तीन घर के बाद तीसरा-चौथा घर सहारा से पीड़ित है. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों ने अपनी पूरी कमाई जमा कर दी है ताकि उनका जीवन और भविष्य बेहतर हो सके. लेकिन दुर्भाग्य है सालों से सहारा के द्वारा पैसा भुगतान नहीं होने से निवेशक और एजेंट दोनों की सांसें अटकी हुई हैं.

उन्होंने कहा कि लोग आत्महत्या कर रहे हैं और सहारा के अधिकारी लगातार झारखंड में लोगों को धोखे से निवेश करा रहे हैं. आलोक दुबे ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा है कि गरीबों, मजलूमों, कमजोर लोगों के साथ खड़े होकर उनके लिए संघर्ष करना ही भारत जोड़ो यात्रा का मूल उद्देश्य है. आलोक दूबे ने आज प्रदर्शन और प्राथमिकी दर्ज कर सहारा के अधिकारियों को अल्टीमेटम और चेतावनी दिया है कि पैसा वापस लौटाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो सहारा के अधिकारी सावधान हो जाऐं, अब उनकी खैर नहीं रहेगी.

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प्रदर्शनकारियों ने सुनाई अपनी दास्तां

प्रदर्शन कर रही निवेशक शफनात नाज फूट-फूट कर रो रही थीं कि 20 लाख रुपये से ज्यादा पैसे मैंने जमा किए. आज मेरे बच्चे और मेरा परिवार मुझसे पूछता है ये क्या कर दिया तुमने, मैं कहां जाऊं. अपनी व्यथा सुनाते हुए लगातार रोती रही मुन्नी देवी ने कहा अपना और अपने बाल बच्चों का पेट काटकर 25 लाख रुपये सहारा में जमा किए. तीन साल हो गए पैसे परिपक्व हुए. भुगतान नहीं हो रहा है, खाने को मोहताज हैं. लगता है बाल बच्चों के साथ आत्महत्या ही कर लें.

कांग्रेस नेता आलोक दुबे ने झारखंड की जनता से अपील की है कि सहारा में एक रुपये भी जमा नहीं करें वरना उनके पैसे डूब जाएंगे. उन्होंने कहा गरीबों का पैसा वापस दिलाने के लिए किसी भी हद तक गुजरना पड़े तो हम तैयार हैं लेकिन कोई भी लुटेरे अब बख्शे नहीं जाएंगे.

'अपने ही पैसे मांगने पर धमकाते हैं वो लोग'

जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के रांची जिला अध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा हम अपना पैसा मांगने जब सहारा कार्यालय जाते हैं तो वहां मौजूद अधिकारी हमें धमकाते डराते हैं और गुंडों से पिटवाने जान से मारने और जेल भेजने की धमकी देते हैं. हम पूरी तरह से टूट चुके हैं. झारखंड के करोड़ों लोगों के लाखों-करोड़ों रुपये लेकर सहारा कंपनी बैठी हुई है.

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