झारखंड के दुमका जिले में सावन के तीसरे सोमवार को एक महिला डाक बम श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य महिला कांवड़िए बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराई गईं. ये सभी श्रद्धालु बिहार के भागलपुर स्थित बरारी गंगा घाट से जल भरकर झारखंड के बासुकीनाथ धाम की ओर 100 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकली थीं.
दरअसल, डाक बम कांवड़िए विशेष रूप से कठिन व्रतधारी होते हैं, जो उपवास करते हुए बिना रुके पूरे रास्ते को 24 घंटे में तय करते हैं. कई श्रद्धालु सुल्तानगंज से देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम तक भी जल चढ़ाने जाते हैं. इस दौरान उन्हें अत्यधिक थकान, निर्जलीकरण और गर्मी की वजह से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
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फुलो झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजय कुमार चौधरी ने बताया कि मृत महिला को अस्पताल लाया गया था, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं, जरमुंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर दिनबंधु ऋषिक ने बताया कि उन्होंने बासुकीनाथ क्षेत्र के पास से अचेत अवस्था में लाई गई तीन महिला डाक बम श्रद्धालुओं का इलाज किया है.
जिला प्रशासन ने बताया कि सोमवार को कुल 1 लाख 74 हजार 671 श्रद्धालुओं ने भगवान शिव को जल अर्पित किया, जिनमें 14 हजार 506 डाक बम कांवड़िए भी शामिल थे. भारी भीड़ और कठिन यात्रा के बीच स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं. प्रशासन ने श्रद्धालुओं से सतर्क रहने और नियमित विश्राम की अपील की है.