झारखंड के विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रावण मास के दौरान होने वाले मासव्यापी श्रावणी मेले की तैयारियां जोरों पर हैं. 11 जुलाई से शुरू होने वाले इस मेले में हर साल देश-विदेश से 60 से 70 लाख श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस बार झारखंड सरकार और जिला प्रशासन ने मेले को सुगम, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. खास बात यह है कि इस बार श्रावण मास के दौरान बाबा मंदिर में VIP, VVIP दर्शन की सुविधा पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. साथ ही मेले की निगरानी के लिए पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.
श्रवण मेले की तैयारियों की समीक्षा करने पहुंचे पर्यटन मंत्री सुदिव्य सोनू ने बुधवार को जिला प्रशासन के सभी विभागों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि सभी विभागों की मुकम्मल तैयारी है.
VIP दर्शन पर भी होगी रोक
बैठक के बाद उन्होंने बताया इसी श्रवाणी मेले में इस बार वीआईपी, वीवीआईपी और शीघ्र दर्शनम पास रविवार और सोमवार को एक महीने तक पूर्ण रूप से बंद रहेगा. हालांकि, ये नियम साल 2015 से लागू हैं और इसे इस बार भी सख्ती से लागू किया जाएगा.
वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि ये कदम भीड़ प्रबंधन और सभी श्रद्धालुओं के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.
AI तकनीक और ड्रोन से होगी मेला क्षेत्र की निगरानी
उन्होंने ये भी बताया कि इस बार AI तकनीक से मेला परिसर की निगरानी की जाएगी. इसके अलावा ड्रोन से मंदिर परिसर और कांवड़ यात्रा मार्ग की निगरानी की जाएगी.
जिला प्रशासन का कहना है कि देवघर में इस एक महीने में लगभग 60 से 70 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, जिनमें देश के अलग-अलग राज्यों और विदेशों से आने वाले श्रद्धालु भी शामिल हैं.
मान्यता है कि देवघर के प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंग की स्थापना रावण के द्वारा की गई थी. इस ज्योतिर्लिंग का नाम बैद्यनाथ रावणेश्वर भी कहा जाता है.