जम्मू कश्मीर में 22 अप्रैल की घटना के बाद पर्यटन को पुनः स्थापित करने के प्रयास हो रहे हैं, जिसके अंतर्गत प्रशासनिक बैठकें तथा बंद स्थलों को खोलने की योजना है. कश्मीरी जनता द्वारा 'नॉट इन आवर नेम' कहते हुए हमले की निंदा के बावजूद, सोशल मीडिया पर 'बॉयकॉट कश्मीर' मुहिम के विरुद्ध केंद्रीय सरकार से जांच कर इसे रोकने की अपील की गई है. देखें...