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जम्मू-कश्मीर में हमले के लिए पाकिस्तान ने बदली रणनीति, ड्रोन से बना सकता है निशाना

पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के नए तौर-तरीके अपना सकता है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान प्री प्रोग्राम्ड ड्रोन के जरिये सीमापार से हमले की नई साजिश कर सकता है. इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी या जीपीएस तकनीक नहीं होती है. यह प्री प्रोग्राम मोड पर काम करता है जो उड़ने के बाद अपने संपर्क का साथ छोड़ देता है और टारगेट को निशाना बनाता है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

  • जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए पाक ने बदला पैंतरा
  • ड्रोन से सीमापार से हमले की नई साजिश कर सकता है पाक
  • नियंत्रण रेखा पर 300 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ की फिराक में
  • 50 से ज़्यादा तालिबानी और जैश के आतंकी पीओके में मौजूद

पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के नए तौर-तरीके अपना सकता है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान प्री प्रोग्राम्ड ड्रोन के जरिये सीमापार से हमले की नई साजिश कर सकता है. इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी या जीपीएस तकनीक नहीं होती है. यह प्री प्रोग्राम मोड पर काम करता है जो उड़ने के बाद अपने संपर्क का साथ छोड़ देता है और टारगेट को निशाना बनाता है.

सूत्रों ने बताया कि कश्मीर में फिलहाल आतंकियों ने अपनी रणनीति बदली है. दो से तीन आतंकियों का ग्रुप एक साथ आजकल मूवमेंट करता है, जबकि ये पहले 6 से 7 लोगों का ग्रुप एक साथ मूवमेंट करता था.

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सूत्रों के मुताबिक ये छोटे ग्रुप अलग-अलग इलाकों में छिपने की कोशिश कर रहे हैं और जल्द ही बड़े वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. इसमें ज्यादातर वो लोग हैं जो अफगान युद्ध का अनुभव पा चुके हैं, कुछ कश्मीर में दाखिल हुए हैं जबकि बड़ी तादात में आतंकी लॉन्चपैड पर भी मौजूद हैं. सूत्रों के मुताबिक अफगान आतंकियों के पास लड़ाई का ज्यादा अनुभव है, लिहाजा कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों उसी के मुताबिक अपनी रणनीति बना रही हैं.

घुसपैठ की फिराक में 300 आतंकी

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई कश्मीर घाटी में आतंक फैलाने की फिराक में है. पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) पार भारी संख्या में विदेशी आतंकियों यानी अफगानी और तालिबानी आतंकवादियों को लॉन्चिंग पैड पर इकट्ठा किया है.

सूत्रों ने 'आजतक' को बताया है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों की बातचीत रिकॉर्ड किए हैं. इसमें आतंकियों को पश्तो में बातचीत करते हुए सुना जा सकता है. सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान बर्फ पिघलने के बाद मार्च-अप्रैल के महीने में इन आतंकवादियों को भारी तादाद में कश्मीर घाटी में घुसपैठ करा सकता है. तीन दर्जन से ज्यादा लॉन्चिंग पैड को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आर्मी ने इस वक्त सक्रिय कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक 300 से ज्यादा आतंकवादी इन लॉन्चिंग पैड पर लाए गए हैं जिन्हें घुसपैठ कराई जा सकती है.

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हाल ही में खुफिया एजेंसियों ने कुछ ऐसे तथ्य जुटाए थे जिससे ये पता चला था कि पीओके में जैश के आतंकी कुछ लोगों का ब्रेनवाश कर रहे हैं. इसके लिए जैश चीफ़ मसूद अज़हर और उसके भाई अब्दुल रऊफ के ऑडियो और वीडियो मैसेज का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर पीओके के इन कैंपों में मसूद अजहर और उसके भाई अब्दुल रऊफ को भी ब्रेनवाश करने के लिए लाया जा रहा है.

सूत्रों के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद, पाक ख़ुफ़िया एजेंसी ISI की मदद से अफगानिस्तान में रह रहे तहरीक-ए-तालिबान के आतंकियों का इस्तेमाल कश्मीर घाटी में कर सकता है. पीओके में मौजूद ट्रेनिंग कैम्प में तालिबान और जैश के आतंकियों को बम बनाने और IED प्लांट करने की ट्रेनिंग भी आईएसआई दिला रही है. ट्रेनिंग ले चुके करीब 50 से ज़्यादा तालिबानी और जैश के आतंकी पीओके में मौजूद हैं. ये आतंकी आने वाले दिनों में बड़ा खतरा बन सकते हैं.

एयर स्ट्राइक के बाद जिन लॉन्चिंग पैड और ट्रेनिंग कैम्प को पाक आर्मी ने बंद कर दिया था, वहां अब एक बार फिर बड़ी संख्या में आतंकियों को लाकर भारत के अंदर भेजने का बड़ा प्लान तैयार किया हुआ है. खुफिया एजेंसियों को यह जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान की सेना मिलकर एक बार फिर एलओसी के पास मौजूद लॉन्चिंग पैड को सक्रिय करने में जुट गए हैं. ख़ुफ़िया रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि करीब 30 से 35 लॉन्चिंग पैड को फिर से पाक ख़ुफ़िया एजेंसी ISI ने सक्रिय कर दिया है. इन लॉन्चिंग पैड्स पर लश्कर, जैश, हिज़्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों के साथ साथ तालिबानी और अफ़गानी आतंकियों के मूवमेंट को सुरक्षा एजेंसियों ने नोटिस किया है.

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आईएसआई का प्लान

पीओके में 20 नए ट्रेनिंग कैम्प में आतंकियों को प्रशिक्षित करके बर्फ पिघलने के बाद नियंत्रण रेखा के पास मौजूद 30 से 35 लॉन्चिंग पैड्स से भारी संख्या में अफ़गानी आतंकियों को भेजने का बड़ा प्लान बनाया है. चाहे लाइन ऑफ कंट्रोल हो या फिर अंतरराष्ट्रीय सीमा, सभी जगहों पर भारतीय सुरक्षा बलों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. पाकिस्तान अगर किसी भी तरह की हरकत करता है तो जवाबी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

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