हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में सर्दी ने अपना जोरदार असर दिखाना शुरू कर दिया है. रोहतांग पास और आस-पास के पहाड़ों पर सोमवार को भारी बर्फबारी हुई है. जिसकी वजह से मनाली-लेह मार्ग को दारचा के आगे से पूरी तरह बंद कर दिया गया है. प्रशासन ने कहा कि यह सड़क हर साल सर्दियों में बंद होती है और अगले साल मई-जून में ही दोबारा खुलेगी.
बता दें कि लाहौल-स्पीति जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पहले ही ग्रामफू-लोसर मार्ग को भी बंद कर दिया था. रोहतांग पास के पास सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं, इसलिए गाड़ियों को मारही तक ही जाने की इजाज़त है.
स्थानीय लोग खुश, बर्फबारी से खिले पर्यटकों के चेहरे
रोहतांग में बर्फ देखकर मनाली के लोगों के चेहरे खिल उठे हैं. मनाली निवासी हेमराज ठाकुर ने कहा, रोहतांग में बर्फ पड़ गई है, अब मनाली में भी जल्दी बर्फबारी होगी. इस बार क्रिसमस और नए साल का मजा दोगुना होने की उम्मीद है. एक अन्य स्थानीय युवक कणव ने बताया, बर्फबारी से मनाली वालों में खुशी की लहर है. सर्दी का असली मजा अब शुरू होगा.
कड़ाके की ठंड, कई जगह माइनस में पहुंचा पारा
लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी में रात का तापमान सबसे कम माइनस 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. ताबो, कुफरी और रिकांगपिओ में 43-44 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं. दूसरी तरफ बेरथिन सबसे गर्म रहा, जहां दिन का तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया. वहीं, मंडी में हल्की धुंध छाई रही. मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को बिलासपुर के भाखड़ा डैम इलाके और मंडी की बल्ह घाटी के कुछ हिस्सों में घनी धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है.
शिमला मौसम केंद्र के अनुसार, 1 अक्टूबर से अब तक हिमाचल में सामान्य से 45 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है. इस दौरान 69.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि सामान्य बारिश सिर्फ 47.8 मिलीमीटर होती है. सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है और आने वाले दिनों में ऊंचाई वाले इलाकों में और बर्फबारी होने की संभावना है. क्रिसमस एवं नए साल के मौके पर पर्यटक बर्फ का मजा लेने मनाली की ओर रुख करते हैं, लेकिन सड़क बंद होने से लद्दाख जाने वालों को अभी इंतजार करना होगा.