प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को हरियाणा के रेवाड़ी में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की आधारशिला रखेंगे. इसके साथ ही 20 और 25 फरवरी को प्रधान मंत्री मोदी जम्मू, राजकोट, बठिंडा, कल्याणी, मंगलागिरी और रायबरेली में 6 और AIIMS राष्ट्र को समर्पित करने के लिए जम्मू और राजकोट (गुजरात) का दौरा कर सकते हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि इन 7 अस्पतालों पर केंद्र की कुल लागत 10,000 करोड़ रुपये से अधिक है. उन्होंने कहा कि 2014 तक 7 दशकों में देश में 6 एम्स थे और अगले 10 दिनों में देश को 7 और एम्स मिलेंगे. करीब 1650 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला AIIMS-रेवाड़ी माजरा मुस्तिल भालखी गांव में 203 एकड़ भूमि पर डेवलप किया जाएगा. पीएम मोदी एम्स की आधारशिला रखने के लिए रेवाड़ी जाएंगे.
ये होंगी AIIMS की खासियत
रेवाड़ी में बनने वाले AIIMS में 720 बेड स्थापित किए जाएंगे. साथ ही 100 सीटों वाला एक मेडिकल कॉलेज, 60 सीटों वाला एक नर्सिंग कॉलेज, 30 बिस्तरों वाला एक आयुष ब्लॉक, संकाय और कर्मचारियों के लिए आवासीय आवास, स्नातक और स्नातकोत्तर के लिए छात्रावास, एक रैन बसेरा, एक गेस्टहाउस होगा.
AIIMS की 18 स्पेशिएलिटी और 17 सुपर स्पेशिएलिटी में पेशेंट केयर सर्विस शामिल हैं, जिनमें कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रो-एंटरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, बर्न और प्लास्टिक सर्जरी शामिल हैं. इसमें 16 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, डायग्नोस्टिक प्रयोगशालाएं और एक ब्लड बैंक होगा.
1650 करोड़ की लागत से तैयार होगा AIIMS
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 1299 करोड़ रुपये की लागत से रेवाड़ी के मनेठी गांव में एम्स की स्थापना को फरवरी 2019 में कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई थी. हालांकि हरियाणा सरकार इस परियोजना के लिए मनेठी में जमीन सौंपने में असमर्थ थी, क्योंकि वन सलाहकार समिति (FAC) ने इसके लिए वन भूमि के रूपांतरण के उसके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक 25 सितंबर 2020 को हरियाणा सरकार ने एम्स की स्थापना के लिए किसी अन्य स्थान पर 210 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गठित एक टीम ने हरियाणा का दौरा किया और मनेठी तहसील के माजरा मुस्तिल भालखी गांव में नई साइट का निरीक्षण किया. टीम की सिफारिशों के आधार पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स की स्थापना के लिए नई प्रस्तावित साइट पर सहमति व्यक्त की. राज्य सरकार ने सितंबर 2023 में परियोजना के लिए 203 एकड़ जमीन सौंपने का काम पूरा किया. दिसंबर 2023 में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हरियाणा में मनेठी से माजरा मुस्तिल भालखी तक एम्स की स्थापना के लिए स्थान परिवर्तन को मंजूरी दी. परियोजना की लागत को संशोधित कर लगभग 1650 करोड़ रुपये कर दिया गया.
नर्सिंग और पैरामेडिकल प्रशिक्षण भी मिलेगा
मंत्रालय ने कहा कि प्रस्तावित एम्स स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा के साथ-साथ नर्सिंग और पैरामेडिकल प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा, ताकि स्वास्थ्य देखभाल गतिविधियों की सभी शाखाओं में कर्मियों को प्रशिक्षण देने के लिए उच्च स्तर की शैक्षणिक सुविधाएं एक ही स्थान पर लाई जा सकें. एम्स से रेवाड़ी की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होगा. सुपर-स्पेशियलिटी में गुणवत्तापूर्ण मेडिकल एजुकेशन प्रदान करेगा और वंचित क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देगा. अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा और आसपास के राज्यों जैसे राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लोगों को एम्स-रेवाड़ी में प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं से बहुत लाभ होगा.