प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात से किसानों को लेकर खास संदेश दिया है और बीजेपी सरकार को किसानों का सच्चा हितैषी बताया है. पीएम मोदी ने किसानों के हितों से जुड़े फैसले भी गिनाए और कहा कि वे गांव-गरीब और किसानों को ध्यान में रखकर ही फैसले लेते आ रहे हैं. पीएम ने अन्नदाता को ऊर्जादाता और उर्वरकदाता बनाने की पहल का भी जिक्र किया और इसके फायदे गिनाए. इससे पहले भी जनसभाओं में पीएम मोदी लगातार गांव-गरीब, किसान और महिलाओं से जुड़ी योजनाओं की बात रहे हैं. आईए जानते हैं पीएम मोदी किसानों को लेकर क्या संदेश दे रहे हैं?
दरअसल, पंजाब के हजारों किसान 9 दिन से हरियाणा बॉर्डर पर जमे बैठे हैं. ये किसान 13 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और दिल्ली आकर धरना देना चाहते हैं. हालांकि, सरकार का कहना है कि हमने किसानों की 10 मांगें स्वीकार कर ली हैं. तीन मांगों पर बात अटकी है. इन तीन मांगों में एमएसपी गारंटी कानून भी शामिल है. हालांकि, सरकार ने पांच दलहन फसलों को एमएसपी पर खरीदने का फॉर्मूला दिया है. लेकिन किसानों ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. सरकार का कहना है कि एमएसपी गारंटी कानून पर जल्दबाजी में फैसला नहीं लिया जा सकता है. इसके लिए समय की जरूरत है.
'किसानों से बातचीत कर हल निकाल रही सरकार'
यही वजह है कि किसानों और सरकार में एक बार फिर टकराव देखने को मिल रहा है. केंद्र सरकार ने कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के नेतृत्व में किसानों से बातचीत का रास्ता खुला रखा है. अब तक चार राउंड की बातचीत हो चुकी है. सरकार ने पांचवें राउंड की बातचीत का प्रस्ताव भी भेज दिया है. इधर, किसानों ने भी दो दिन के लिए दिल्ली जाने की योजना टाल दी है.
'पीएम ने किसान से लेकर महिलाओं से जुड़ी योजनाएं गिनाईं'
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने कार्यक्रमों और जनसभाओं में किसानों से जुड़े फैसलों के बारे में जानकारी दे रहे हैं. गुरुवार को पीएम मोदी गुजरात में सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे. वहां उन्होंने दुग्ध उत्पादन की शानदार यात्रा का जिक्र किया और किसान-गांव और महिलाओं के बारे में भी चर्चा की.
जानिए पीएम मोदी ने किसानों को लेकर क्या कहा?
- गांधी जी कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है. विकसित भारत के निर्माण के लिए भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सशक्त होना जरूरी है. पहले की केंद्र सरकारें ग्रामीण अर्थव्यवस्था की जरूरतों को टुकड़ों में देखती थीं. हम गांव के हर पहलू को प्राथमिकता में देखते हैं.
- हम गांव से जुड़े कामों को आगे बढ़ा रहे हैं. हमारा फोकस है कि छोटे किसानों का जीवन कैसे बेहतर हो. हमारा फोकस है कि पशुपालन का दायरा कैसे बढ़े.पशुओं का स्वास्थ्य कैसे हो. गांव में पशुपालन के साथ ही मछली पालन और मधुमक्खी पालन को कैसे प्रोत्साहित किया जाए.
-इसी सोच के साथ हमने पहली बार पशुपालकों और मछली पालकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड की भी सुविधा दी है. हमने किसानों को ऐसे आधुनिक बीज दिए हैं, जो जलवायु परिवर्तन का मुकाबला कर सकें.
- भाजपा सरकार राष्ट्रीय गोकुल मिशन जैसे अभियानों के माध्यम से दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने का काम कर रही है. लंबे समय तक मुंहपका और खुरपका जैसी बीमारियां हमारे पशुओं के लिए बड़े संकट का कारण रही है. इसमें हजारों करोड़ रुपए का नुकसान पशुपालकों को होता है. इसके लिए केंद्र सरकार ने एक मुफ्त टीकाकरण अभियान चलाया.
- इस अभियान पर 15 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च किए जा रहे हैं. अब तक 60 हजार करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं. हम 2030 तक इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं. पशुधन की समृद्धि के लिए कल कैबिनेट की मीटिंग में बड़े फैसले लिए. देशी नस्ल की प्रजातियों को बचाने के लिए नए उपायों की घोषणा हुई है.
- बंजर जमीन को चारागाह की तरह उपयोग में लाने के लिए आर्थिक मदद देने का निर्णय लिया है. सरकार ने पशुधन का बीमा कराने में किसान का कम से कम खर्च हो, इसके लिए प्रीमियम की राशि कम करने का फैसला लिया है. ये पशुपालकों की आय बढ़ाने में मददगार साबित होंगे.
- हम गुजरत के लोग जानते हैं कि पानी का संकट क्या होता है. सौराष्ट्र, कच्छ और उत्तर गुजरात में अकाल के दिनों में पशुओं को मीलों तक चलते देखा है. पशुओं को मरते देखा है. हम प्रयास कर रहे हैं कि ऐसी चुनौतियों से ना जूझना पड़े.
- सरकार ने 60 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर बनाए हैं. वो भी देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बहुत मदद करने वाले साबित होंगे. हमारा प्रयास है कि गांव में छोटे किसानों को आधुनिक तकनीकि से जोड़ा जाए. गुजरात में आपने देखा कि माइक्रो एरिगेशन का दायरा, टपक सिंचाई का दायरा कई गुना बढ़ गया है. टपक सिंचाई के लिए किसानों को मदद दी जा रही है.
'किसानों को वैज्ञानिक समाधान दे रही है सरकार'
- पीएम मोदी ने कहा, हमने लाखों किसान समृद्ध केंद्र स्थापति किए हैं. ताकि किसानों को गांव के निकट ही वैज्ञानिक समाधान मिल सके. जैविक खाद बनाने में किसानों को मदद मिले, इसके लिए भी व्यवस्था बनाई जा रही हैं.
- साथ ही हमारी सरकारों का जोर अन्नदाता को ऊर्जा दाता और उर्वरक दाता बनाने पर भी है. हम किसानों को सोलर पंप दे रहे हैं. खेतों की मेड़ पर ही छोटे-छोटे सोलर प्लांट लगाने के लिए मदद दे रहे हैं. इसके अलावा, गोवर्धन योजना के तहत पशुपालकों से गोबर भी खरीदने की व्यवस्था बनाई जा रही है.
- गोबर से डेयरी प्लांट में बिजली पैदा की जा रही है. बदले में जो जैविक खाद बनती है, वो किसानों को बहुत कम कीमत में उपलब्ध हो रही है. इससे किसान और पशुओं को तो लाभ होगा ही, खेत की मिट्टी में उपज की क्षमता भी बेहतर होगी.
- हमारी सरकार सहकारिता का दायरा बहुत अधिक बढ़ा रही है. इसके लिए पहली बार हमने केंद्र में अलग से सहकारिता मंत्रालय बनाया है. आज देश के दो लाख से अधिक गांव में सहकारी समितियों का निर्माण किया जा रहा है. खेती हो या पालन और मछली पालन... इन सभी सेक्टर्स में ये समितियां बनाई जा रही हैं.
- देश में 10 हजार किसान उत्पाद संघ यानी FPO बनाए जा रहे हैं. जिनमें से लगभग 8 हजार बन चुके हैं. ये छोटे किसानों के बड़े संगठन हैं. ये छोटे किसानों को उत्पाद के साथ-साथ कृषि उद्यमी और निर्यातक बनाने का मिशन है.
- आज बीजेपी सरकार दूसरी सहकारी समितियों को करोड़ों रुपए की मदद दे रही है. हमने गांवों में खेती से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए एक लाख करोड़ रुपए का फंड भी बनाया है. इस योजना का लाभ भी किसानों से जुड़े संगठनों को हो रहा है. सरकार हर तरह से आपके साथ खड़ी है और ये मोदी की गारंटी है.
'एक दिन पहले गन्ना किसानों को दी खुशखबरी'
- इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया और किसानों को लेकर कैबिनेट से जुड़े फैसले के बारे में बताया. पीएम मोदी ने कहा, देशभर के अपने किसानों के कल्याण से जुड़े हर संकल्प को पूरा करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. इसी कड़ी में गन्ना खरीद मूल्य में ऐतिहासिक बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है. इस कदम से हमारे करोड़ों गन्ना उत्पादक किसानों को लाभ होगा.
- बुधवार को मोदी कैबिनेट ने फैसला लिया है कि चीनी सीजन 2024-25 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए FRP को बढ़ाकर 340 रुपए प्रति कुंतल कर दिया है. इससे गन्ना किसानों को चीनी मिलों द्वारा देय गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्यों का फायदा मिलेगा.
'पीएम मोदी के फोकस में गरीब, किसान, युवा और महिलाएं'
- इससे पहले पीएम मोदी मंगलवार को जम्मू कश्मीर पहुंचे थे और वहां एक सभा को संबोधित किया था. पीएम का कहना था कि हमारी सरकार गरीब, किसान, युवा शक्ति और नारी शक्ति पर सबसे ज्यादा फोकस कर रही है.
-16 फरवरी को हरियाणा के रेवाड़ी में भी पीएम मोदी ने कहा था, विकसित भारत बनाने के लिए हम देश के 4 वर्गों को मजबूत बनाने में जुटे हैं. इनमें युवा, महिला, किसान और गरीब हैं. यही हमारे लिए 4 सबसे बड़ी जातियां हैं.