कांग्रेस पार्टी के दो दिवसीय अधिवेशन का आज दूसरा दिन है. साबरमती के तट पर पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों की सांस्कृतिक झांकियां भी पेश की गईं. आज पार्टी के अधिवेशन में कई अहम पहलुओं पर चर्चा की जाएगी. इस दौरान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी भी अपना संबोधन देंगे.
64 सालों में ऐसा पहली बार है जब गुजरात में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है. सुबह 9.30 बजे ध्वजारोहन के साथ इसकी शुरुआत होगी, जबकि 10 बजे अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शुरुआती संबोधन देंगे. बीते दिन अहमदाबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग भी थी, जिसमें कई प्रस्ताव पेश और पारित किए गए हैं - अधिवेशन में उन मुद्दों पर चर्चा भी की जाएगी.
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गुजरात राज्य के मौजूदा हालात पर भी होगी चर्चा
कांग्रेस के मंच पर मौजूदा केंद्र सरकार की विदेश नीति से लेकर महंगाई तक के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. पार्टी अक्सर विदेश नीति, रोजगार और महंगाई को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करती रही है. पार्टी के अधिवेशन में गुजरात राज्य के मौजूदा हालात पर भी विस्तार से बातचीत होगी. इस दौरान पार्टी के बड़े नेता अपनी बात रखेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करेंगे.
सोनिया गांधी-राहुल गांधी का संबोधन
कांग्रेस को लेकर ये आम धारना बन गई है कि पार्टी की स्थिति बीत कुछ सालों में काफी कमजोर पड़ गई है, जिसे पार्टी नेता सुधारने पर जोर दे रहे हैं. मसलन, संगठन को मजबूती और चुनावी रणनीति बेहतर करने पर भी पार्टी के मंच पर बात होगी. इस बीच कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी अपना संबोधन देंगे, और लोकसभा सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी अपनी बात रखेंगे. शाम 5.30 बजे तक कांग्रेस का अधिवेशन समाप्त होगा.
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संगठन को मजबूत करने पर पार्टी नेताओं का जोर
बीते दिन की चर्चा में अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि कांग्रेस को अपने 140 साल के इतिहास में जिन प्रांतों से सबसे अधिक शक्ति मिली उसमें गुजरात अव्वल है. आज हम फिर से यहां प्रेरणा और शक्ति लेने आए हैं. हमारी असली शक्ति हमारी देश की एकता और अखंडता और सामाजिक न्याय की विचारधारा है, लेकिन आज उस विचारधारा को आगे बढाने के लिए जरूरी है कि हम सबसे पहले खुद को मजबूत करें. अपने संगठन को मजबूत करें.