गुजरात में अहमदाबाद के चांदलोड़िया इलाके में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया. यहां एक 60 फीट गहरे पानी से भरे बोरवेल में एक पिता और उसकी बेटी गिर गए. गजराज सोसायटी में स्थित जैन देरासर परिसर के इस बोरवेल में दोनों के गिरने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई. सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
जानकारी के अनुसार, माली का काम करने वाले परिवार की 19 वर्षीय बेटी अंजलि सैनी अचानक जैन देरासर परिसर में स्थित खुले बोरवेल में गिर गई. बेटी के बोरवेल में गिरने की जानकारी मिलते ही 45 साल के पिता राजेश सैनी उसे बचाने के लिए बिना देर किए खुद भी बोरवेल में कूद गए. लेकिन बोरवेल करीब 60 फीट गहरा और पानी से भरा होने के कारण दोनों बाहर नहीं निकल सके.
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने पहले अपने स्तर पर दोनों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद करीब आधे घंटे के भीतर फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई. सूचना मिलते ही अहमदाबाद के नवरंगपुरा फायर स्टेशन से रेस्क्यू टीम तत्काल मौके पर रवाना हुई.
फायर ब्रिगेड अधिकारियों के अनुसार, बोरवेल करीब 5 फीट चौड़ा, 60 फीट गहरा और पानी से लबालब भरा हुआ था, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया. हालात की गंभीरता को देखते हुए तुरंत रस्सियों और अन्य आवश्यक उपकरणों की मदद से एक फायरकर्मी को बोरवेल में उतारा गया. कड़ी मेहनत और सावधानी के साथ पहले बेटी अंजलि और फिर पिता राजेश को बोरवेल से बाहर निकाला गया.
रेस्क्यू के बाद दोनों को तुरंत एम्बुलेंस के जरिए प्राथमिक इलाज के लिए सोला सिविल अस्पताल भेजा गया. राहत की बात यह रही कि समय रहते रेस्क्यू हो जाने के कारण दोनों की जान बच गई. फिलहाल दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है.
पूरे मामले की जानकारी पुलिस को भी दी गई है और पुलिस यह जांच कर रही है कि बोरवेल खुला कैसे छोड़ा गया था. इस घटना के बाद एक बार फिर खुले बोरवेल और सुरक्षा में लापरवाही को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.