देश के प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार शाम हॉस्टल के अंदर घुसकर छात्रों के साथ मारपीट और हिंसा करने का मामला सामने आया है. कुछ अज्ञात लोग मुंह पर रुमाल बांधे और हाथ में लाठी-डंडे लेकर हॉस्टल के अंदर घुस गए और छात्रों की पिटाई की. इस हमले में जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) की अध्यक्ष आइशी घोष भी बुरी तरह से घायल हो गईं हैं. उनके सिर पर काफी गंभीर चोट आई हैं.
हमले के बाद आइशी घोष ने बताया, 'मुझे मास्क पहने गुंडों ने बेरहमी से मारा है. मेरा खून बह रहा है. मुझे बेरहमी से पीटा गया.'
जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) ने दावा किया है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने इस हिंसा को अंजाम दिया है. जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद ने ट्वीट कर इस घटना के लिए ABVP को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने लिखा, 'भारी संख्या में ABVP के छात्र जेएनयू के साबरमति ढाबा के बाहर इकट्ठा हुए. उनके हाथों में लाठी और रॉड्स थे. वो हॉस्टल और कार के शीशे तोड़ रहे थे. जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष को बुरी तरह से पीटा गया. उसके सिर से बहुत सारा खून निकल रहा था.
Message from JNU: ABVP has gathered in huge numbers in Sabarmati Dhaba in JNU armed with lathis and rods. They are breaking glasses of hostels and cars. JNUSU President @aishe_ghosh brutally assaulted and is severely bleeding from head.
Spread the message. #SOSJNU pic.twitter.com/MsL7Q6zFeI
— Umar Khalid (@UmarKhalidJNU) January 5, 2020
ABVP ने लेफ्ट संगठनों पर लगाया आरोप
वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने मारपीट के लिए लेफ्ट के छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा, डीएसएफ से जुड़े लोगों को आरोपित किया है.
इस हमले में करीब 15 छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं. वहीं 11 छात्र घटना के बाद से लापता हैं.