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दिल्ली: सरकारी स्कूलों में सीधे जाकर वैक्सीन लगवा सकते हैं 45+, ले जाना होगा आधार और मोबाइल

दिल्ली सरकार के स्कूलों में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वॉक-इन वैक्सीनेशन की शुरुआत की गयी. शुरुआत में 83 सरकारी स्कूलों को वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है. जहां वे आधार और मोबाइल लेकर जा सकते हैं और वैक्सीन लगवा सकते हैं.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सरकारी स्कूलों में वॉक-इन वैक्सीनेशन की सुविधा
  • रजिस्ट्रेशन के लिए आधार और मोबाइल की जरूरत
  • दिल्ली में वैक्सीन के स्टॉक की कमी

देश की राजधानी में अबतक 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनशन सरकारी डिस्पेंसरी, प्राइवेट हॉस्पिटल या सरकारी अस्पताल में हो रहा था. लेकिन दिल्ली में पहली बार सरकारी स्कूल के दरवाजे उन तमाम लोगों के लिए खोले गए हैं जो स्मार्ट फोन से रजिस्ट्रेशन करने में असमर्थ हैं. यानी अब 45+ दिल्ली सरकार के स्कूलों में सिर्फ आधार कार्ड लाइए और वैक्सीन लगवाइए.

दरअसल,  दिल्ली सरकार के स्कूलों में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वॉक-इन वैक्सीनेशन की शुरुआत की गयी. शुरुआत में 83 सरकारी स्कूलों को वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है.

'आजतक' की टीम ने पूर्वी दिल्ली के मंडावली के सर्वोदय कन्या विद्यालय नंबर तीन का जायजा लिया. सर्वोदय कन्या विद्यालय में 3 वैक्सीनेशन साइट्स बनाई गई हैं. हर साइट पर वेटिंग रूम, वैक्सीनेशन और रजिस्ट्रेशन रूम के अलावा ऑब्जर्वेशन रूम भी तैयार किया गया है. स्कूल की प्रिंसिपल कुसुम कुसुमवती ने बताया कि 45 साल से अधिक उम्र के लोगों ने अगर रजिस्ट्रेशन नहीं भी करवाया है, तो स्कूल में अपना आधार कार्ड और मोबाइल लाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. स्कूल प्रिंसिपल ने कहा कि वैक्सीनेशन प्रक्रिया में स्कूल के शिक्षक और आईटी से जुड़े स्टाफ को हेल्थ विभाग द्वारा खास ट्रेनिंग दी गई है.

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सरकारी स्कूल में वॉक इन की सुविधा से 45+ के उन लोगों को फायदा होगा जो मोबाइल चलाने में असमर्थ हैं, या टेक सेवी नही हैं या रजिस्ट्रेशन नही कर पा रहे हैं. ऐसे तमाम लोगों का रजिस्ट्रेशन करवाने में स्कूल के टीचर्स की ड्यूटी लगाई गई है. टीकाकरण के लिए सिर्फ आधार कार्ड और एक मोबाइल फोन जिस पर SMS के ज़रिए OTP आ सके, लाना ज़रूरी होगा.

स्कूल में वैक्सीनेशन के लिए पहुंच रहे ज्यादातर लोगों का ये भी कहना है कि अब तक वो अस्पताल या डिस्पेंसरी में जाने से कतरा रहे थे लेकिन स्कूल में संक्रमण का ख़तरा कम महसूस कर रहे हैं.

स्कूल में टीका लगवाने पहुंचे मंडावली इलाके में रहने वाले अशोक कुमार कपूर ने बताया कि वो अस्पताल में संक्रमण के ख़तरे या भीड़ होने की वजह से वैक्सीनेशन के लिए नहीं जा रहे थे. उन्होंने कहा कि घर के नज़दीक ही स्कूल में वैक्सीनेशन सेंटर खुलने से राहत मिली है. अशोक कुमार कपूर ने बताया कि वो सिर्फ आधार कार्ड लेकर स्कूल पहुंचे और 10 मिनट में उनका रजिस्ट्रेशन भी हो गया और वैक्सीन भी लगा दी गयी.

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आपको बता दें कि 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए दिल्ली सरकार वैक्सीनेशन सेंटर की संख्या बढ़ाने की तैयारी कर रही है. हालांकि दिल्ली में 45+ के लिए भी वैक्सीन के स्टॉक का संकट मंडरा रहा है. दिल्ली सरकार के वैक्सीनेशन बुलेटिन के मुताबिक 16 मई की सुबह तक 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए 1 दिन की को-वैक्सीन और 5 दिन का कोविशील्ड का डोज़ ही बाकी है.

 

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