scorecardresearch
 

BJP अहंकार में करती है अत्याचार, इसे रोकने के लिए बसपा को दिया था गठबंधन का प्रस्ताव: खड़गे

बसपा प्रमुख ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि कांग्रेस ने पिछला विधानसभा चुनाव सपा के साथ लड़ा था. तब भी बीजेपी को नहीं रोक पाई थी, इसका भी जवाब कांग्रेस को देना चाहिए. लिहाजा कांग्रेस दूसरी पार्टी के बारे में कुछ भी कहने से पहले खुद में झांक कर देखे.

Advertisement
X
मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो)
मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 'बसपा से गठबंधन' वाली बात में मल्लिकार्जुन खड़गे भी कूदे
  • बोले- प्रियंका गांधी के नेतृत्व में यूपी में कांग्रेस पार्टी मजबूती से लड़ी

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस द्वारा बसपा को गठबंधन का प्रस्ताव देने के दावे के बाद से दोनों पार्टिंयों के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है. अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यूपी में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी पूरी मजबूती से लड़ी. कांग्रेस चाहती थी कि बीजेपी अपनी जीत के अहंकार में आम लोगों पर, महिलाओं पर, दलितों पर जो अत्याचार करती है, उस पर किसी भी तरह से रोक लगे इसीलिए कांग्रेस पार्टी और प्रियंका गांधी ने मायावती से कहा था कि आप कांग्रेस के साथ आइए और भाजपा के खिलाफ इस गठबंधन का नेतृत्व भी करिए, मुख्यमंत्री बनिए लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाईं, चाहे जो भी कारण रहा हो.

वहीं राहुल गांधी ने फिर बढ़ती महंगाई पर सरकार को घेरते हुए कहा कि जनता महंगाई से पिस रही है, लोगों के पास नौकरियां नहीं हैं. संवैधानिक संस्थाओं पर RSS का कब्जा हो रहा है. ऐसे में हमारे लोकतंत्र का क्या होगा ? बाबा साहेब के संविधान का क्या होगा ? इस लड़ाई में भाजपा के खिलाफ सभी विपक्षी दल को एक होना चाहिए.

राहुल गांधी ने 9 अप्रैल को कहा था कि यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस, बसपा संग गठबंधन करना चाहती थी. मायावती को सीएम पद का ऑफर भी दिया गया था, लेकिन उन्होंने जवाब तक नहीं दिया. राहुल गांधी ने कहा था कि मायावती ने इस बार चुनाव लड़ा ही नहीं है. हमारी तरफ से उन्हें गठबंधन का प्रस्ताव दिया गया था. हमने तो ये भी कहा था कि वे मुख्यमंत्री बन सकती हैं. लेकिन उन्होंने हमारे प्रस्ताव पर कोई जवाब नहीं दिया. राहुल गांधी के मुताबिक, मायावती ईडी, सीबीआई के डर से अब लड़ना नहीं चाहती हैं.

Advertisement

मायावती ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल कह रहे हैं कि बसपा, बीजेपी की सेंट्रल एजेंसी से डरती है. लेकिन इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है. राहुल गांधी ने बसपा और पार्टी प्रमुख को लेकर जो टिप्पणी की है, उसको लेकर दलितों के प्रति जातिवादी उपेक्षा झलकती है. मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने पिछला विधानसभा चुनाव सपा के साथ लड़ा था. तब भी बीजेपी को नहीं रोक पाई थी, इसका भी जवाब कांग्रेस को देना चाहिए. लिहाजा कांग्रेस दूसरी पार्टी के बारे में कुछ भी कहने से पहले खुद में झांक कर देखे. राहुल गांधी पहले अपना बिखरा हुआ घर संभालें.

Advertisement
Advertisement