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Punjab: पंजाब में कांग्रेस की नई टीम से सिद्धू खेमा नाराज, नए प्रदेश अध्यक्ष को बताया भ्रष्ट और नौसिखिया

Punjab Congress New Appointments: पंजाब में कांग्रेस की करारी हार के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को नई कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई है. आलाकमान के इस फैसले से सिद्धू खेमे के नेताओं में खासी नाराजगी है.

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नवजोत सिंह सिद्धू (File Photo)
नवजोत सिंह सिद्धू (File Photo)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अमरिंदर सिंह बराड़ को बनाया गया है नया अध्यक्ष
  • प्रताप सिंह बाजवा को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया

कांग्रेस ने पंजाब में नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान कर दिया है. यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रेसिडेंट और तीन बार के विधायक अमरिंदर सिंह बराड़ (राजा वारिंग) को पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपी गई है. इसके अलावा इसके अलावा भारत भूषण आशू को कार्यकारी अध्यक्ष और प्रताप सिंह बाजवा को पंजाब कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है.

विधायक दल का उप नेता राजकुमार चब्बेवाल को बनाया गया है. राजा वारिंग को और प्रताप सिंह को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है. नियुक्तियों के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने तीनों नेताओं को बधाई दी, लेकिन नई टीम में नवजोत सिंह सिद्धू को जगह न दिए जाने ने उनके खेमे में नाराजगी नजर आ रही है. उनके समर्थकों ने खुलकर बयानबाजी शुरू कर दी है.

नए पीसीसी प्रमुख को बताया नौसिखिया

नवजोत सिंह सिद्धू ने नए विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा और विधायक दल के उप नेता राजकुमार चब्बेवाल के अलावा नए कांग्रेस अध्यक्ष को बधाई दी तो वहीं उनके समर्थकों ने शनिवार रात घोषित फैसले की खुले तौर पर आलोचना की. अमरगढ़ कांग्रेस के पूर्व विधायक और सिद्धू समर्थक सुरजीत सिंह धीमान ने कहा कि नए पीसीसी प्रमुख 'नौसिखिए' हैं. उन्हें पीसीसी प्रमुख के रूप में नियुक्त करने का निर्णय पार्टी के लिए एक झटका साबित होगा.

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नए चीफ के पास समर्थन नहीं, भ्रष्टाचार का आरोप

धीमान ने कहा कि मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष सबसे भ्रष्ट हैं और उन्हें नियुक्त करने का फैसला गलत है. यह फैसला पंजाब के पक्ष में नहीं बल्कि पंजाब के खिलाफ है. कांग्रेस पार्टी लंबे समय तक इस सदमे से बाहर नहीं निकल पाएगी. उन्होंने दावा किया कि नए पीसीसी प्रमुख को नेता के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा, क्योंकि उनके पास समर्थन नहीं है. धीमान ने आगे कहा कि नए पीसीसी प्रमुख पर युवा कांग्रेस का नेतृत्व करते समय राज्यों में टिकट बेचने का आरोप है. हम ऐसे नेताओं से कुछ भी उम्मीद नहीं कर सकते.

अंदरूनी राजनीति का शिकार हुए सिद्धू

सुरजीत धीमान ने नवजोत सिंह सिद्धू की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि सिद्धू ने निस्वार्थ भाव से पार्टी के लिए काम किया और पीसीसी प्रमुख के पद से हटाए जाने के बाद भी पार्टी कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहे. सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर दल्ला ने कहा कि सिद्धू आंतरिक राजनीति के शिकार हो गए और पार्टी आलाकमान उनकी क्षमता का इस्तेमाल करने में विफल रहा.

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