राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली वायु प्रदूषण से जूझ रही है. हवा जहरीली हो गई है और सांस लेना बीमारियों को बढ़ाने जैसा हो गया है. दीपावली पर एक बार फिर अचानक प्रदूषण बढ़ने से सरकार से लेकर नागरिकों की टेंशन बढ़ गई है. इस बीच, केजरीवाल सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का बयान आया है. उन्होंने साफ किया है कि AQI 'गंभीर+' श्रेणी में जाने पर ऑड-ईवन पर निर्णय लिया जाएगा. इससे पहले सरकार ने दिल्ली में 13 से 20 नवंबर तक ऑड ईवन लागू करने का ऐलान किया था. लेकिन बारिश के बाद इस फैसले को स्थगित कर दिया था.
बता दें कि मंगलवार को दिल्ली का AQI 450 तक पहुंच गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार की सुबह औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI 450 दर्ज किया गया, जो कि गंभीर कैटेगरी में आता है. आनंद विहार में सुबह करीब 7.30 बजे एक्यूआई 380, आरके पुरम में 417, पंजाबी बाग में 410, आईटीओ में 432 और जहांगीरपुरी में 428 दर्ज किया गया है. बताते चलें कि शून्य और 50 के बीच एक AQI को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है. 500 से ऊपर कुछ भी 'गंभीर प्लस' में माना जाता है.
'पंजाब में 60 प्रतिशत तक प्रदूषण कम हुआ'
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पूछा- अगर पंजाब में पराली जल रही है तो क्या इससे लोगों को पटाखे फोड़ने का लाइसेंस मिल जाता है? उन्होंने कहा, प्रदूषण के सोर्स को कम करने के प्रयास करने की जरूरत है, ना कि उन्हें बढ़ाने की. हम दिल्ली और पंजाब में प्रदूषण के सोर्स को कम करने के लिए काम कर रहे हैं. AAP के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने पराली जलाने में 60% की कमी की है. बीजेपी प्रदूषण बढ़ा रही है.
'ग्रैप 4 के प्रतिबंध जारी रहेंगे'
गोपाल राय का कहना है, दिवाली के बाद हवा की गति धीमी होने की उम्मीद थी और इसके कारण धुंध की स्थिति पैदा हुई है. कल भी पटाखे फोड़े जाने के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ा है. कल की तुलना में आज ऊपर चला गया है. उन्होंने कहा, दिल्ली में GRAP-4 के जो नियम हैं, जो प्रतिबंध लगाए गए हैं वे अभी जारी रहेंगे. व्हीकल और डस्ट पॉल्यूशन को रोकने के लिए बैन लगाया गया है. बारिश का प्रभाव खत्म हो रहा है इसलिए पानी के छिड़काव पर हमारा फोकस रहेगा. आज 12 बजे से इस पर हम अभियान भी शुरू कर रहे हैं. डस्ट के कण को खत्म करने की कोशिश रहेगी. सभी राज्य सरकारों से अपील करते हैं कि समस्याओं पर सक्रियता से काम किया जाए.
'दिवाली बाद समीक्षा करेगी सरकार'
इससे पहले दिल्ली में 10 नवंबर को ऑड ईवन को स्थगित करने पर गोपाल राय ने कहा था, दिल्ली में मौसम में बदलाव हुआ है. बारिश की वजह से प्रदूषण में सुधार हुआ है. ऐसे में अभी ऑड ईवन लागू नहीं होगा. दिवाली के बाद समीक्षा बैठक होगी, उसके बाद ऑड ईवन पर फैसला लिया जाएगा.
'दिल्ली वाले अब फिर खराब हवा में ले रहे सांस'
दरअसल, दिवाली के बाद सोमवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई है. इस मुद्दे पर राजनीतिक खींचतान भी शुरू हो गई. AAP और BJP एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. इससे पहले बारिश के कारण दिल्ली के प्रदूषण में जबरदस्त कमी आई थी और पॉल्यूशन 400 से सीधे 100 तक पहुंच गया था. लेकिन, जब दिवाली के अगले दिन लोग सोकर उठे तो कई इलाकों का एक्यूआई 999 तक पहुंच गया और अब एक बार फिर दिल्लीवाले खराब हवा में सांस लेने को मजबूर हैं.
'दिवाली के दिन सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता रही'
दिल्ली में रविवार को आठ वर्षों में दिवाली के दिन सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता दर्ज की गई. 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम 4 बजे 218 पर पहुंच गया था, लेकिन ये राहत कुछ घंटे के लिए ही रही, क्योंकि सोमवार को एक्यूआई 358 दर्ज किया गया था. सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले साल दिवाली पर AQI 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 दर्ज किया गया था.
'दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर'
वायु गुणवत्ता निगरानी में विशेषज्ञता रखने वाली स्विस कंपनी IQAir के अनुसार, सोमवार को दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था. उसके बाद पाकिस्तान में लाहौर और कराची थे. दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में मुंबई और कोलकाता पांचवें और छठे स्थान पर हैं. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के एक विश्लेषण के अनुसार, दिवाली पर पिछले साल की तुलना में फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले कण PM2.5 और PM10 की सांद्रता क्रमशः 45 प्रतिशत और 33 प्रतिशत बढ़ गई. प्रदूषण नियंत्रण निकाय ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में लगभग सभी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों ने पिछले वर्ष की तुलना में दिवाली के दिन प्रदूषण स्तर में वृद्धि दर्ज की गई.
डीपीसीसी की रिपोर्ट के अनुसार, दिवाली (रविवार) को दिल्ली की 24 घंटे की औसत पीएम10 सांद्रता 430 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी, जो पिछले साल 322 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक है और 2021 में 748 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है.
'क्या होता है ऑड ईवन?'
Odd-Even का सीधा संबंध राजधानी में चलने वाले वाहनों से है. ऑड तारीखों पर Odd (जिन गाड़ियों के नंबर में आखिरी अंक 1,3,5,7 और 9 ) नंबर वाली और ईवन तारीखों पर Even नंबर (जिन गाड़ियों के नंबर में आखिरी अंक 0, 2, 4, 6, 8) वाली कारें चलेंगी.