दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ईडी के समन का जवाब दिया है. विपश्यना पर जाने से पहले ईडी को भेजे अपने जवाब में केजरीवाल ने समन को गैरकानूनी बताया और कहा कि मैं हर कानूनी समन को मानने के लिए तैयार हूं. केजरीवाल ने कहा, 'ईडी का यह समन भी पिछले समन की तरह गैर कानूनी है और राजनीति से प्रेरित है इसलिए समन को वापस लिया जाए. मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता से जिया है और मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है.'
10 दिनों तक करेंगे विपश्यना
इससे पहले नवंबर में भी ईडी ने समन दिया था, तब केजरीवाल तीन राज्यों के चुनावों में व्यस्त थे और पेश नहीं हुए. इस बार पेशी पर नहीं जाने की वजह विपश्यना ध्यान को बताया गया है. आज से अरविंद केजरीवाल 10 दिनों तक विपश्यना केंद्र में रहेंगे. ये केंद्र पजाब के होशियारपुर में है. बीजेपी कह रही है कि केजरीवाल जांच से भाग रहे हैं तो वहीं आम आदमी पार्टी ने कहा कि केजरीवाल को झूठे मामलों में फंसाने की साजिश हो रही है.
क्या थी नई शराब नीति?
22 मार्च 2021 को मनीष सिसोदिया ने नई शराब नीति का ऐलान किया था. 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति यानी एक्साइज पॉलिसी 2021-22 लागू कर दी गई. नई शराब नीति आने के बाद सरकार शराब के कारोबार से बाहर आ गई. और पूरी शराब की दुकानें निजी हाथों में चली गई. नई नीति लाने के पीछे सरकार का तर्क था कि इससे माफिया राज खत्म होगा और सरकार के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी. हालांकि, नई नीति शुरू से ही विवादों में रही. जब बवाल ज्यादा बढ़ गया, तब 28 जुलाई 2022 को सरकार ने नई शराब नीति रद्द कर फिर पुरानी पॉलिसी लागू कर दी.
केजरीवाल को क्यों बुलाया?
सीएम केजरीवाल को ईडी ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत समन जारी किया है. ईडी की चार्जशीट में कई बार सीएम केजरीवाल का नाम है. आरोप है कि जब एक्साइज पॉलिसी 2021-22 तैयार की जा रही थी, तब कई आरोपी केजरीवाल के संपर्क में थे.
ईडी ने एक चार्जशीट में दावा किया है कि एजेंसी ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू का बयान दर्ज किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि के. कविता, केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के बीच राजनीतिक समझ थी. इस दौरान कविता ने मार्च 2021 में विजय नायर से भी मुलाकात की थी. इस मामले में एक और आरोपी दिनेश अरोड़ा ने भी ईडी को बताया है कि उसने केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी.