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DTC बस चालकों की हड़ताल खत्म

रोड रेज की एक घटना में मारे गए एक चालक के परिजन को एक करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर देने की मांग को लेकर डीटीसी के कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को खत्म हो गई.डीटीसी बस की हड़ताल के कारण लाखों यात्रियों को दो दिन से मुश्किल का सामना करना पड़ा.

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रोड रेज की एक घटना में मारे गए एक चालक के परिजन को एक करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर देने की मांग को लेकर डीटीसी के कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को खत्म हो गई. डीटीसी बस की हड़ताल के कारण लाखों यात्रियों को दो दिन से मुश्किल का सामना करना पड़ा. परिवहन सेवा की सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए दिल्ली सरकार ने हड़ताल करने वाले कर्मियों के खिलाफ आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (एस्मा) लागू कर दिया था और उन्हें काम पर लौटने के लिए कहा था.

आपको बता दें कि डीटीसी के चालक, अशोक कुमार (42) के परिजनों को एक करोड़ रुपया मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं, जिनकी रविवार को पश्चिम दिल्ली के मुंडका इलाके में एक युवक ने कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. यह हत्या बस से युवक के मोटरसाइकिल में टक्कर लगने के बाद हुई. मृतक के भाई सत्य नारायण ने डीटीसी चालकों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग करते हुए कहा था कि अब हड़ताल नहीं, लेकिन शोक-सभा है. हम लोग तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे जब तक सरकार हमारी मांग को नहीं मान लेती.

उन्होंने कहा, 'सरकार को एक करोड़ रुपया मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देनी चाहिए. अशोक की नौकरी 18 साल शेष थी, ऐसे में सरकार को उनके 18 साल तक का पूरा वेतन देना चाहिए.'

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रविवार को परिवहन मंत्री गोपाल राय ने मृतक के परिजन को पांच लाख रुपया और परिवार के एक सदस्य को परिवहन विभाग में स्थायी नौकरी देने की घोषणा की थी. सरकार ने मृतक की पत्नी की सभी चिकित्सा खर्च वहन करने का भी निर्णय लिया है. यह भी कहा है कि चालक की बेटी की पढ़ाई का खर्च भी वहन किया जाएगा.

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