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एयरपोर्ट से ली टैक्सी तो... दिल्ली पुलिस पूछेगी 'आर यू सेफ?'

एयरपोर्ट से चलने वाली काली-पीली टैक्सियों के करीब दो हजार ड्राइवरों का पुलिस वेरिफिकेशन कर लिया गया है. इसमें यहां रजिस्टर्ड इन सभी टैक्सी ड्राइवरों की टैक्सी में एक क्यूआर कोड वाला कार्ड भी लटकाया जाएगा इस कोड को अपने मोबाइल फोन से स्कैन करने पर टैक्सी ड्राइवर की तमाम जानकारी यात्री के सामने आ जाएगी.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

जल्द ही आप जब आईजीआई एयरपोर्ट से दिल्ली और एनसीआर में जाने के लिए टैक्सी पकड़ेंगे, तब यात्रा शुरू करने के कुछ देर बाद ही आपके मोबाइल फोन पर दिल्ली पुलिस की ओर से एक अलर्ट मेसेज आएगा. आपसे पूछा जाएगा कि क्या आप सुरक्षित हैं? आर यू सेफ?

ऐसे एसएमएस आपको यात्रा के दौरान लगभग हर 10 मिनट बाद आते रहेंगे. अधिकतम पांच मैसेज किए जाएंगे. अगर आप सुरक्षित हैं तो रिप्लाई में यस कर दीजिए और अगर नहीं तो दिल्ली पुलिस की पीसीआर आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आपकी कैब के पीछे लग जाएगी. इसके पीछे मकसद यह है कि एयरपोर्ट से टैक्सी पकड़कर आप जिस भी जगह पर जा रहे हैं, वहां तक आपकी यात्रा सुरक्षित हो इस नए सिक्योरिटी कवर का आईजीआई एयरपोर्ट से चलने वाली कुछ टैक्सियों में ट्रायल रन शुरू किया गया है. जल्द ही आधिकारिक रूप से शुरुआत होगी.

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एयरपोर्ट से चलने वाली काली-पीली टैक्सियों के करीब दो हजार ड्राइवरों का पुलिस वेरिफिकेशन कर लिया गया है. इसमें यहां रजिस्टर्ड इन सभी टैक्सी ड्राइवरों की टैक्सी में एक क्यूआर कोड वाला कार्ड भी लटकाया जाएगा इस कोड को अपने मोबाइल फोन से स्कैन करने पर टैक्सी ड्राइवर की तमाम जानकारी यात्री के सामने आ जाएगी, जिसमें उसका फोटो, नाम, पता आदि जानकारियां होंगी.

क्यूआर कोड को महिलाओं के लिए बनाए गए हिम्मत ऐप से भी लिंक किया जा रहा है. ऐप के जरिए स्कैन करके पता लग सकता है कि क्या वह ड्राइवर वही है, जिसकी फोटो क्यूआर कोड में दिखाई गई है. ड्राइवर यात्री को यह भी बताएगा कि अगर यात्री के मोबाइल फोन में हिम्मत ऐप डाउनलोड नहीं है तो वह क्यूआर कोड वाले कार्ड में दिए गए दो नंबरों के माध्यम से इसका पता लग सकते हैं. इसमें एक नंबर ड्राइवर की जानकारी वाला है और दूसरे नंबर पर यात्री को ड्राइवर की जानकारी वाला वह नंबर मैसेज करना होगा वह मैसेज सीधे दिल्ली पुलिस के स्पेशल कंट्रोल रूम में चला जाएगा, जहां से यात्री के मोबाइल फोन में ड्राइवर की जानकारी भेजी जाएगी. यह सर्विस टोल फ्री होगी.

टैक्सी में यात्रा के दौरान सुरक्षा संबंधी एसएमएस का अगर यात्री कुछ देर तक जवाब नहीं देता है तो फिर टेक्निकल सर्विलांस की मदद से उक्त टैक्सी की लोकेशन का पता लगाते हुए उसे पकड़ने के लिए उसके पीछे पीसीआर की गाड़ी लगा दी जाएगी. यात्रा के अंत में ड्राइवर यात्री से एक फीडबैक फॉर्म भी भरने के लिए कहेगा. फिलहाल पुलिस ने इसे पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया है लेकिन इसके कामयाबी को देखते हुए दिल्ली एअरपोर्ट के करीब दो हजार काली पीली टैक्सी में इसे शुरू किया जायेगा.

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