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दिल्ली: घुटने लगा दम, लगातार दूसरे दिन हवा की क्वालिटी 'बेहद खराब'

गौरतलब है कि दिल्ली की एयर क्वालिटी इंडेक्स इस वक्त 301 है. जीरो से से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है, 50 से 100 के बीच संतोषजनक और 101 से 200 के बीच मध्यम श्रेणी का माना जाता है. 201 से 300 के बीच का एक्यूआई खराब और 301 से 400 के बीच के आंकड़े को बेहद खराब कहा जाता है. जबकि एक्यूआई 401 से 500 के बीच आ जाता है तो इसे गंभीर कहा जाता है.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

दिल्ली की हवा की क्वालिटी लगातार दूसरे दिन रविवार (21 अक्टूबर) को भी "बेहद खराब" कैटेगरी में रही. अधिकारियों ने चेताया है कि आगामी कुछ दिनों में यह और ज्यादा खराब हो सकती है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के डेटा के मुताबिक दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कुल मिलकार 301 दर्ज किया गया जो 'बहुत खराब' की श्रेणी में आता है.

समाचार एजेंसी 'भाषा' के मुताबिक शनिवार को भी राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की एक चादर छाई रही थी और इस मौसम का अब तक का सबसे खराब एक्यूआई 324 दर्ज किया गया था. इसमें कहा गया कि आनंद विहार, मुंडका, नरेला, द्वारका सेक्टर-आठ, नेहरू नगर और रोहिणी में हवा की क्वालिटी 'बहुत खराब' रही. दिल्ली में हवा की गुणवत्ता धीरे-धीरे गंभीर प्रदूषण स्तर की ओर बढ़ रही है.

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उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त पर्यावरण सुरक्षा नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण की स्थिति पर चर्चा करने के लिए राज्य सरकारों एवं दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक की थी. ईपीसीए के एक सदस्य ने शुक्रवार को बताया कि स्थिति का जायजा लेने के बाद फैसला लिया गया कि उन इलाकों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जहां वायु गुणवत्ता 'खराब' या 'बेहद खराब' देखी गई.

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि वायु गणवत्ता खराब होने के पीछे वाहनों एवं निर्माण गतिविधियों से होने वाला प्रदूषण तथा हवा की दिशा जैसे मौसमी तत्व जिम्मेदार हैं. इस वक्त हवा पराली जलाने वाले इलाकों की ओर से दिल्ली आ रही है.

नासा द्वारा भेजी गई तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि पिछले दो सप्ताह में पंजाब और हरियाणा में बेहिसाब पराली जलाई गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिन पहले कहा था कि शहर "जल्द ही गैस चैंबर" में बदल जाएगा क्योंकि केंद्र, पंजाब और हरियाणा सरकारों ने पराली जलाने वाले किसानों के लिए कुछ नहीं किया है.

बता दें कि जीरो से से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है, 50 से 100 के बीच संतोषजनक और 101 से 200 के बीच मध्यम श्रेणी का माना जाता है. 201 से 300 के बीच का एक्यूआई खराब और 301 से 400 के बीच के आंकड़े को बेहद खराब कहा जाता है. जबकि एक्यूआई 401 से 500 के बीच आ जाता है तो इसे गंभीर कहा जाता है.

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